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रांची/डेस्क: रक्षाबंधन का त्योहार आ रहा है. बता दें कि इस बार रक्षाबंधन 19 अगस्त (सोमवार) को मनाया जाएगा. इस दिन बहनें अपने भाइयों को राखी बांधती है. रक्षाबंधन के दिन सुबह- सुबह बहनें दिया-बत्ती के साथ रोड़ी-मिठाई और राखी की थाल सजाकर, अपने भाइयों के कलाइयों में प्रेम की डोर बांधकर उनकी लंबी उम्र के लिए भगवान से मंगल कामनाएं करती हैं. साथ ही अपनी रक्षा के लिए उनसे वचन भी लेती हैं.
यह राखी की परंपरा बहुत पुराने समय से चली आ रही है. राजसूय यज्ञ के समय द्रौपदी ने श्री कृष्ण को रक्षा सूत्र के रूप में अपने आंचल का टुकड़ा बांधा था, तभी से रक्षाबंधन में हर बहनें अपने भाई के रक्षा के लिए राखी बांधती है. इस वर्ष रक्षाबंधन पर भद्रा काल लगने से सारी बहनें चिंता में हैं, कि वो कब और कैसे अपने भाइयों की कलाई पर अपने स्नेह की डोर बांधेंगी तो आइए जानते हैं रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त-
ज्योतिषाचार्य डॉ. अरुणेश कुमार शर्मा, ने बताया कि इस वर्ष रक्षाबंधन पर भद्र काल लगने का समय 19 अगस्त को दोपहर 01.33 बजे तक है. परंतु चन्द्रमा के मकर राशि में होने के कारण भद्रा का निवास पाताल लोक में रहेगा, इसका कोई प्रभाव पृथ्वी लोक में नहीं पड़ेगा. उन्होंने यह भी बताया कि पूर्णिमा 19 अगस्त को रात 11 बजे तक रहेगी. इसलिए रक्षाबंधन इसी दिन मनाया जायेगा. यानी 19 अगस्त को दोपहर 01.33 बजे तक भद्रा रहेगी. लेकिन चंद्रमा के मकर राशि में होने के कारण भद्रा का निवास पाताल लोक में रहेगा. जिस वजह से धरती के किसी शुभ कार्य पर इसका प्रभाव नही पड़ेगा. इसलिए पूरा दिन रक्षाबंधन का पर्व मनाया जा सकता है.
रक्षाबंधन पर राहुकाल का असर
रक्षाबंधन के दिन राहुकाल का भी असर रहने वाला है. इस दिन सुबह 7 बजकर 31 मिनट से लेकर सुबह 9 बजकर 8 मिनट तक राहु काल का प्रभाव रहने वाला है.
रक्षा बंधन का शुभ मुहर्त
राखी बांधने का शुभ समय दोपहर 01:46 बजे से शाम 04.19 बजे तक है. यानी आपके पास रखी बांधने के पूरे 2 घंटे 33 मिनट का समय मिलेगा. इसके अलावा, आप शाम को प्रदोष काल में भी भाई की कलाई पर राखी बांध सकती हैं. इस दिन शाम 06.56 बजे से रात 09.07 बजे तक प्रदोष काल रहेगा.