देश-विदेशPosted at: अक्तूबर 10, 2024 2 हजार साल पुराना देवी मंदिर: 5 मिनट में 1011 दीपों से जगमगा उठता है यह मंदिर
इस मंदिर को शिव और शक्ति के मिलन के रूप में भी देखा जाता है...
न्यूज11 भारत
रांची/डेस्क: अभी शारदीय नवरात्रि चल रही है. ऐसे में हम आपको MP के प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में बता रहे हैं. आज हम बात करेंगे बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन के प्रसिद्ध मां हरसिद्धि मंदिर की. कहा जाता है कि राजा विक्रमादित्य ने यहां 12 बार अपना सिर काटकर चढ़ाया था. इस मंदिर में माता सती की कोहनी गिरी थी. बता दे की यह मंदिर आकर्षण का केंद्र है. इस मंदिर की कई सारी विशेषताएं है.
इस राजा का इतिहास 2 हजार साल है पुराना
मंदिर परिसर में 2 दीप स्तंभ स्थापित हैं. ये दीप स्तंभ करीब 51 फीट ऊंचे हैं. दोनों दीप स्तंभों में मिलाकर करीब 1 हजार 11 दीपक हैं. मान्यता है कि इन दीप स्तंभों की स्थापना उज्जैन के राजा विक्रमादित्य ने की थी. राजा इतिहास करीब 2 हजार साल पुराना है. इस दृष्टि से ये दीप स्तंभ 2 हजार साल से भी ज्यादा पुराने हैं. मान्यता है कि इस मंदिर को शिव और शक्ति के मिलन के तौर पर भी देखा जाता है. पौराणिक मान्यता है कि जब भगवान शिव माता सती के मृत शरीर को ले जा रहे थे, तब माता सती के शरीर के 51 टुकड़ों में से माता की कोहनी यहां गिरी थी.