विकास तिवारी है जेल में बंद, किसके हाथ लगाम, क्या जेल में मिलती हैं विकास तिवारी को हर तरह की सुविधा ?
न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: पटना रेलवे स्टेशन से RPF को 50 लाख रुपये नगद बरामद हुए हैं. शनिवार देर रात पटना जंक्शन प्लेटफार्म नंबर 1 से आरपीएफ की टीम ने वंदे भारत ट्रेन से उतरे एक व्यक्ति से 50 लाख रुपए से भरा एक सूटकेस जब्त किया. आरपीएफ की टीम ने पटना जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर 1 से एक व्यक्ति को संदिग्ध हालत में देख जब उससे पूछताछ की तब उसने जानकारी दी कि उसके हाथ में जो सूटकेस है उसमें 50 लाख रुपये हैं. इस व्यक्ति का नाम बजरंग ठाकुर बताया जा रहा है. बजरंग ने पूछताछ में RPF को बताया कि यह रुपये रामगढ़ के पवन ठाकुर के हैं. रुपये बरामदगी की जानकारी के बाद इसकी सूचना जीआरपी और आयकर विभाग को दी गई जिसके बाद सूटकेस को खोला गया जिसमें से 50 लाख रुपए बरामद किए गए.
कैसे हुआ पांडेय गैंग के रुपयों का खुलासा
बिहार पुलिस ने जब रामगढ़ के पवन ठाकुर से संबंधित जानकारी के लिए झारखंड पुलिस से सम्पर्क किया तब छानबीन में खुलासा हुआ कि पवन ठाकुर पतरातू के भोला पांडेय गिरोह शातिर सदस्य है. वह कुछ दिनों पहले ही रंगदारी के मामले में जेल से छूटकर जमानत पर बाहर आया है. इस जानकारी के बाद ATS SP ऋषभ झा के कान खड़े हो गए. यह साफ हो गया कि रुपये पांडेय गैंग से संबंधित अपराधियों के हैं जिसका साफ मतलब है कि यह 50 लाख रुपये रंगदारी और वसूली के हैं. आनन फानन ATS की एक टीम मामले की जांच के लिए बिहार गयी है.
कौन संभाल रहा पांडेय गिरोह की कमान
भोला पांडेय की हत्या के बाद गिरोह की कमान किशोर पांडेय ने संभाल ली लेकिन किशोर की हत्या के बाद गिरोह की कमान विकास तिवारी के पास जाने की बातें सामने आयी. विकास फिलहाल जेल में बंद है तब जेल के भीतर रहते हुए रंगदारी और वसूली का इतना बड़ा नेटवर्क कैसे चला रहा है यह भी एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है. सवाल यह भी है कि क्या विकास के जेल में रहते हुए बाहर गैंग की कमान कोई और भी संभाल रहा है. अब पुलिस इस दिशा में भी कार्रवाई करने की तैयारी में है.
किशोर पांडेय की हत्या बनी गुत्थी
किशोर पांडेय को जमशेदपुर के कदमा बाजार में अज्ञात अपराधियों ने ताबड़ताड़ गोलियां मारकर हत्या कर डाली. मामले में किशोर की पत्नी निशी पांडेय के बयान पर रांची जेल में बंद कुख्यात अपराधी सुशील श्रीवास्तव व साथियों के खिलाफ कदमा थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई. निशी पांडेय ने पुलिस को बताया है कि सुशील श्रीवास्तव से रंजिश थी उसने कई बार पति (किशोर पांडेय) पर जानलेवा हमला करवाया था. लेकिन नक्सली संगठन तृतीय सम्मेलन प्रस्तुत कमेटी (टीएसपीसी) बुंडू जोन के एरिया कमांडर राजन ने भी फोन पर पत्रकारों को बताया कि किशोर पांडेय की हत्या संगठन ने की है. किशोर ने संगठन को चुनौती दी थी जवाब में यह कार्रवाई की गई है. मामले में राजनैतिक हस्तक्षेप की बात भी सामने आयी क्योंकि किशोर का जनाधार पतरातू और बड़कागांव इलाके में तेजी से बढ़ रहा था. हालांकि, पुलिस के लिए यह मामला एक गुत्थी बनकर रह गया.
ATS रेस, जल्द हो सकता है बड़ा खुलासा
इस मामले की जानकारी के बाद झारखंड एटीएस की टीम पूरी तरह से एक्टिव हो गई है. झारखंड एटीएस की एक टीम पटना में काम कर रही है, वहीं दूसरी टीम रामगढ़ में पवन ठाकुर की तलाश कर रही है. बड़े सवाल यह हैं कि पटना में पैसों की डिलीवरी किसको की जानी थी और किस काम के लिए की जानी थी. इसकी जानकारी हासिल की जा सके.
पूरी खबर पर एक नजर
पतरातू में बढ़ रहा पांडेय गिरोह का आतंक
बिहार के पटना स्टेशन से 50 लाख बरामद मामले में खुलासा
पांडेय गिरोह का है पटना स्टेशन से बरामद 50 लाख कैश
रामगढ़ के पवन ठाकुर का है बरामद 50 लाख कैश
भोला पांडेय और किशोर पांडेय की हत्या के बाद कौन संभाल रहा कमान ?
विकास तिवारी के इशारों पर होती है कोयलांचल से वसूली
आज तक नहीं हुआ किशोर पांडेय हत्याकांड का खुलासा
कोयला, बालू, स्क्रैप, शराब समेत कई धंधों से अवैध वसूली
रेलवे रैक लोडिंग में भी पांडेय गिरोह का दबदबा
बरामद 50 लाख का मालिक पवन ठाकुर का पांडेय गिरोह से संबंध
रांची, रामगढ़, हजारीबाग, चतरा समेत कई जिलों में पांडेय गैंग का आतंक
बिहार पहुंची झारखंड एटीएस की टीम
क्या कहते हैं DGP
झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने बताया कि पटना रेलवे स्टेशन से आरपीएफ ने शनिवार को 50 लाख रुपये के साथ एक व्यक्ति को हिरासत में लिया था. इसकी जांच में यह बात सामने आई है कि बरामद पैसा झारखंड के रामगढ़ जिला के पवन ठाकुर का है. डीजीपी के अनुसार पवन ठाकुर सीधे तौर पर पांडेय गिरोह से जुड़ा हुआ है. पवन ठाकुर के ऊपर कई मामले को लेकर झारखंड में एफआईआर दर्ज किया जाएगा. झारखंड एटीएस की एक टीम पटना गई है और बिहार पुलिस के साथ मिलकर मामले में काम कर रही है. बता दें कि झारखंड के रामगढ़, हजारीबाग जैसे कोयला क्षेत्र में पांडेय गिरोह एक्टिव है. फिलहाल इस गिरोह को विकास तिवारी के द्वारा हैंडल किया जा रहा है.