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रांची/डेस्क: शनिवार की रात बिहार के पटना स्टेशन से बरामद हुए 50 लाख रूपये झारखंड के कुख्यात पांडेय गिरोह के अपराधियो का था, मामले की जानकारी मिलने के बाद झारखंड ATS की एक टीम पटना पहुच कर मामले की तफ्तीश में जुट गई है.
पांडेय गिरोह को विकास तिवारी कर रहा हैंडल
झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने बताया की पटना स्टेसन से आरपीएफ ने शनिवार को 50 लाख रुपये के साथ एक व्यक्ति को हिरासत में लिया था. जांच में यह बात सामने आई है की बरामद पैसे झारखंड के रामगढ़ जिले के पवन ठाकुर का है. डीजीपी के अनुसार पवन ठाकुर सीधे तौर पर पांडेय गिरोह से जुड़ा हुआ है. पवन ठाकुर के ऊपर मामले को लेकर झारखंड में एफआईआर दर्ज किया जाएगा. झारखंड ATS की एक टीम पटना गई है और बिहार पुलिस के साथ मिलकर मामले में काम कर रही है. गौरतलब है कि झारखंड के रामगढ़, हजारीबाग जैसे कोयला क्षेत्र में पांडेय गिरोह एक्टिव है, फिलहाल इस गिरोह को विकास तिवारी के द्वारा हैंडल किया जा रहा है.
क्या है पूरा मामला
दरअसल शनिवार की रात पटना रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ की टीम ने 50 लाख रुपए के साथ बजरंग ठाकुर नाम के व्यक्ति को हिरासत में लिया था, बजरंग ने पटना पुलिस की पूछताछ में बजरंग ने बताया था कि रामगढ़ के पवन ठाकुर के रुपए हैं, पटना में किसी को पैसा किसी को देना था. पवन ठाकुर या उसका कोई आदमी जंक्शन से बाहर निकालने के बाद फोन करता तो उसे जाकर वह पैसों की डिलवरी कर देता.
पवन ठाकुर की तलाश
मामले की जानकारी मिलने के बाद डीजीपी अनुराग गुप्ता के निर्देश पर झारखंड ATS की टीम पूरी तरह से एक्टिव हो गई है. झारखंड ATS की एक टीम पटना में काम कर रही है ,वहीं दूसरी टीम रामगढ़ में पवन ठाकुर की तलाश कर रही है, ताकि पटना में पैसों की डिलीवरी किसको की जानी थी और किस काम के लिए की जानी थी इसकी जानकारी हासिल हो सके.