औचक निरीक्षण के उपरांत एसडीएम सदर ने प्रस्तुत की जांच रिपोर्ट, गंभीर लापरवाही के मामले आए हैं सामने
प्रशांत शर्मा/न्यूज11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: उपायुक्त के जनता दरबार में उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय, पदनवांटांड (जुगरा) बड़कागांव के सहायक शिक्षक के द्वारा बरती जा रही अनिमियतता की शिकायत पर उपायुक्त नैंसी सहाय ने सदर अनुमंडल पदाधिकारी की अध्यक्षता में जांच टीम गठित की थी. 14 अक्तूबर को अनुमंडल पदाधिकारी अशोक कुमार एवं बीडीओ ने डीसी के आदेशानुसार उपरोक्त वर्णित विद्यालय में औचक निरीक्षण किया. औचक निरीक्षण के पश्चात एसडीएम एवं बीडीओ ने एक संयुक्त विस्तृत जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की है. उन्होने बताया है कि रामदुलार कुमार साहू, सहायक शिक्षक उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय पदनवाटांड़ (जुगरा) बड़कागांव के द्वारा गंभीर लापरवाही बरती जा रही है.
स्थलीय निरीक्षण जांच के क्रम में पाया गया कि 2:30 बजे तक राम दुलार साहू सहायक शिक्षक विद्यालय में अनुपस्थित थे. बच्चों की उपस्थिति पंजी में कुल 22 बच्चे नामांकित हैं जबकि आज किसी भी बच्चे की उपस्थिति दर्ज नहीं पाई गई. कुल 9 बच्चे विद्यालय परिसर में इधर उधर खेलते हुए पाए गए. स्कूल में कुल पांच कमरे हैं जिसमें से केवल एक कमरे में कक्षाएं संचालित की जा रही हैं तथा अन्य कमरों में ताला लगा हुआ है तथा कुछ कमरों में सीमेंट रखा हुआ है. विद्यालय में अवस्थित स्टोर रूम की जांच की गई जिसमें 174 किलो चावल, दाल, अंडा, आलू आदि कमरे में यत्र तत्र रखा हुआ है. विद्यालय परिसर में साफ सफाई का घोर अभाव है एवं पोषण वाटिका भी नहीं है.
विद्यालय प्रांगण में खेल रहें बच्चों से पूछताछ की गई जिसमें पांच के बच्चों को वन टू तक की जानकारी नहीं है, जिसे प्रतीत होता है कि बच्चों में गुणात्मक शिक्षा नहीं दी जा रही है. निरीक्षण जांच के दौरान उपस्थित ग्रामीणों से पूछताछ के क्रम में बताया गया कि रामदुलार साहू सहायक शिक्षक विद्यालय में मनमानी करते हैं तथा स्कूल में नहीं रहते हैं तथा ज्यादतर फोन पर ही व्यस्त रहते हैं. सभी उपस्थित ग्रामीणों ने सहायक शिक्षक को तत्काल प्रभाव से हटाने/बर्खास्त करने का अनुरोध किया है. सदर अनुमंडल पदाधिकारी ने बताया है कि ग्रामीणों का शिकायत पत्र का अवलोकन एवं उपस्थित ग्रामीणों से पूछताछ से स्पष्ट होता है कि रामदुलार कुमार साहू सहायक शिक्षक विद्यालय से हमेशा गायब रहते हैं, बड़कागांव थाने में विभिन्न मामलों में वह नामजद अभियुक्त भी है. औचक निरीक्षण के दौरान भी वह अनुपस्थित पाया गया, जिससे साबित होता है कि शिक्षक अनुपस्थित रहता है. यह गंभीर मामला है और जल्द से जल्द अनुशासनात्मक और दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी.