न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: न्यूज़ 11 भारत के संचालक अरूप चटर्जी ने अपने खिलाफ हो रहे षड्यंत्र के तहत फर्जी FIR दर्ज कराने के मामले में व्यवसायी मनोज अग्रवाल, मीतू अग्रवाल और डीआईजी संजीव कुमार पर ऑनलाइन FIR दर्ज करवाया.
अपने FIR में अरूप चटर्जी ने कहा है "मैं अरूप चटर्जी Madgul habitad,चांदनी चौक ,कांके रोड का निवासी हूं. न्यूज़ 11 नामक नेशनल चैनल का संचालक हूं.मैंने धनबाद में हुए करोड़ो रूपये के अवैध कोयले के खनन की जांच सीबीआई और ईडी से कराने का आदेश हाई कोर्ट से करवाया है. वर्तमान में यह मामला सुप्रीम कोर्ट में विचारधीन है ( 14237/2024 ) तथा 17 फ़रवरी को इस मामले की आखिरी सुनवाई निर्धारित है .इस जांच के दायरे में राज्य के कई भ्रष्ट पुलिस अफसर समेत कई खनन माफिया व सफेदपोश आने वाले हैं.
आज अखबार के माध्यम से सूचना मिली कि मेरे ऊपर मीतू अग्रवाल पति मनोज अग्रवाल द्वारा रंगदारी मांगने का एफआईआर दर्ज कराया गया है.अख़बार में छपी खबरों के अनुसार FIR वेस्ट बोकारो (रामगढ़) ओपी में दर्ज करवाया गया है.मेरी ना तो मीतू अग्रवाल से ना ही मनोज अग्रवाल से कभी मुलाक़ात हुई है ना कभी बात हुई थी .एक षड़यंत्र के तहत मनोज अग्रवाल ने 31 जनवरी को 12:21 मिनट पर मेरे नंबर पर फ़ोन किया था उस वक्त मैं वृन्दावन से दिल्ली के रास्ते में था.मनोज अग्रवाल ने फ़ोन कर एक खबर के प्रसारण के संबध में मुझसे बात की तथा कहा की "मैं मिला जुलाकर कोयले का कार्य तो करता ही हूं भैया (हंसते हुए )आपसे मिलना चाहता हूं ". मैंने मनोज अग्रवाल से कहा कि "मैं झारखण्ड से बाहर हूं अगर आप प्रसारित खबर से जुड़ा अपना पक्ष रखना चाहते हैं तो चैनल के संपादक अनूप सोनू के समक्ष अपना पक्ष रख सकते हो". मैं मनोज अग्रवाल से हुई बात की रिकॉर्डिंग अटैच कर रहा हूं.
महोदय मैं 25 जनवरी को रांची से दिल्ली गया हूं अपने बेटे के ओपरेशन के लिए और 1 फ़रवरी को सेकंड हाफ में रांची वापस लौटा हूं.क्योंकि मुझे वाई श्रेणी की ( सीआरपीएफ ) सुरक्षा प्राप्त है, इसलिए मुझे इसकी सूचना पुलिस मुख्यालय को भी देनी होती है.मैं सात दिनों तक दिल्ली में था इसका रिकॉर्ड पुलिस मुख्यालय व गृह विभाग के पास उपलब्ध है.मेरे ऊपर एफआईआर का अंदेशा पहले से ही था जब संजीव कुमार डीआजी हज़ारीबाग बने .इसलिए इसकी जानकारी मैंने पहले ही लोअर कोर्ट ,हाई कोर्ट ,सुप्रीम कोर्ट , गृह विभाग को दे दी थी .धनबाद में करोड़ो रूपये के अवैध खनन में संलिप्त डीआईजी संजीव कुमार तथा खनन माफिया ने मनोज अग्रवाल तथा मीतू अग्रवाल को आगे कर मुझे फर्जी केस में फ़साने की कोशिश की है. दो महीना पहले भी मेरी मान हानि-चरित्र हानि की कोशिश की गयी थी, जिसमें संजीव कुमार समेत कई लोगों के खिलाफ मैंने दिल्ली स्थित चाणक्यपुरी में एफआईआर दर्ज करवाया है. DIG संजीव कुमार ने कुछ लोगो से मुझे इस केस को वापस करने की धमकी भी दिलाई थी. इस प्रकरण की जानकारी सुप्रीम कोर्ट व गृह विभाग ( भारत सरकार) के संज्ञान में है . मैं इस फ़र्ज़ी केस मामले की जानकारी भी सुप्रीम कोर्ट के संज्ञान में ला रहा हूं.
आपसे निवेदन है कि इस मामले की जांच कर षड्यंत्र रच कर सुप्रीम कोर्ट की प्रोसिडिंग को रुकवाने की कोशिश करने वाले तथा मेरे मानहानि करने वाले डीआईजी संजीव कुमार मनोज अग्रवाल तथा मीतू अग्रवाल पर एफआईआर दर्ज कराने की कृपा करें."
मामले का पूरा ऑडियो आया सामने