न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: झारखंड में सत्ता बदलाव को लेकर जहां गहमागहमी रही. चंपाई सोरेन का मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद एक बार फिर हेमंत सोरेन की तीसरी ताजपोशी हो गयी. इसके साथ ही सियासी गलियारे में भी हलचल शुरू हो गयी है. झारखंड में बन रहे परिदृश्य में अब चुनाव की धमक भी महसूस होने लगी है. चंपाई सोरेन के सीएम पद से हटने और हेमंत सोरेन के सत्ता संभालते ही बीजेपी सत्ताधारी दल जेएमएम और कांग्रेस पर हमलावर हो गयी है. बीजेपी खेमे में यह माना जा रहा है कि इस मौके को भुनाकर वे विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को पटखनी दे सकते हैं.
बीजेपी के बड़े नेता लगातार कर रहे हैं झारखंड का दौरा
इसको लेकर बीजेपी की ओर से केन्द्रीय मंत्री और झारखंड बीजेपी के चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह, असम के मुख्यमंत्री और चुनाव सह प्रभारी हिमंता विश्व सरमा का लगातार झारखंड दौरा हो रहा है. उनकी कोशिश है कि विधानसभा चुनाव से पहले बूथ स्तर से लेकर राज्य स्तर तक के कार्यकर्ताओं और नेताओं की जमात के बीच एक नया जोश भरा जा सके. ताकि चुनाव के समय तक वे दिये गये टास्क के तहत जनता के बीच जाकर बीजेपी के संदेश को पहुंचा सके और अपने पक्ष में वोटों को करने में सफल हो सके.
विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटा महागठबंधन
वहीं हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के साथ ही जेएमएम,कांग्रेस सहित महागठबंधन की पाटियां रेस हो गयी है. सभी पार्टियों के कार्यकर्ता और नेता एक नये जोश के साथ तैयारियों में जुट गये हैं. इसको लेकर उनलोगों ने तैयारियां भी शुरू कर दी है. वहीं चंपाई सोरेन के इस्तीफे और हेमंत सोरेन के सीएम के रूप में पदभार ग्रहण पर बीजेपी की ओर से बनायी गयी रणनीति की काट को लेकर महागठबंधन के नेता तैयारी में जुटे हुए हैं. उनकी कोशिश है कि जनता के बीच इसका नेगेटिव मैसेज नहीं जाये. जनता में मैसेज जाये कि बीजेपी जनहित की काम करने के दौरान महागठबंधन सरकार को वक्त वक्त पर डिस्टर्ब करती रही है. महागठबंधन की कोशिश है कि हेमंत सोरेन के चेहरे को आगे कर विधानसभा का चुनाव लड़ा जाये. हेमंत सोरेन पर की गयी ज्यादतियों को लेकर जनता के बीच जायें और एक संदेश देने का प्रयास है कि महागठबंधन ही झारखंड की जनता के हितों की रक्षा कर सकता है.