न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: बिहार में साल 2016 में शराब बंदी की गई थी. जिसके बाद से राज्य में अवैध शराब के बिक्री में तेजी आई. इस अवैध और जहरीली शराब शराब को पीने से राज्य में पिछले 8 सालों में 150 से अधिक लोगों की मौत हुई है. इस बात की जानकारी बिहार के मद्य निषेध एवं उत्पाद शुल्क विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी. उन्होंने बताया कि पिछले करीब आठ सालों में बिहार राज्य के विभिन्न हिस्सों में संदिग्ध जहरीली शराब पीने से होने वाली मौतों की संख्या 266 है.
156 मौतों की पुष्टि
मद्य निषेध एवं उत्पाद शुल्क विभाग के सचिव विनोद सिंह गुंजियाल ने पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'राज्य में 2016 के बाद से विभिन्न जिलों में जहरीली शराब पीने से कुल 156 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. पिछले आठ वर्षों में राज्य में जहरीली शराब पीने से रिपोर्ट की गई संदिग्ध मौतों की संख्या 266 है, जिनमें से 156 की पुष्टि की गई है.'
12.7 लाख लोग गिरफ्तार
उन्होंने बताया ये मौतें सारण, गया, भोजपुर, बक्सर और गोपालगंज में हुई है. इन जिलों में मरने वाले लोगों की संख्या अधिक है. अधिकारी ने कहा, 'अगस्त 2024 तक विभाग द्वारा निषेध कानूनों के उल्लंघन से संबंधित कुल 8.43 लाख मामले दर्ज किए गए हैं, जिसमें राज्य के बाहर के 234 सहित कुल 12.7 लाख लोगों को अब तक गिरफ्तार किया गया है.' अपनी बातों को आगे रखते हुए उन्होंने कहा, 'संबंधित अधिकारियों ने अब तक 3.46 करोड़ बल्क लीटर शराब जब्त की है, जिसमें देशी शराब भी शामिल है. अगस्त 2024 तक, विभाग ने जब्त शराब का 98 प्रतिशत, लगभग 3.38 करोड़ बल्क लीटर, नष्ट कर दिया है.'
ये भी पढे: महाराष्ट्र में आरक्षण को लेकर धनगर जनजाति का प्रदर्शन, जानवरों के साथ सड़कों पर उतरे आंदोलनकारी