गौरव पाल,न्यूज 11
बहरागोड़ा/डेस्क: चक्रवाती तूफान दाना से बहरागोड़ा विधानसभा में जन जीवन हस्त व्यस्त हो चुका है. गुरुवार दोपोहर से ही दाना का प्रभाव क्षेत्र में ज्यादा होने से सबसे अधिक नुकसान किसानों को हुई है. खेतों में पकी हुई लहलहाते धान की फसल तूफान की चपेट में आने से गिरकर बर्बाद हो गई है. बहरागोड़ा प्रखंड क्षेत्र के किसान नंदन पातर,राजकिशोर सोम,मिहिर साहू, अनिमेष साहू,नीरज साहू,रतिकांत साहू, राजा दास, पवन पाल,राकेश माइटी,आदि ने कहा की गुरुवार रात्रि से ही तेज आंधी तूफान के साथ बारिश होने के कारण खेत में लगे धान की फसलें जमीन पर गिरकर बर्बाद हो गयी है. इस दौरान निकली हुई धान की बाली खेत में गिर जाने से दो दिन के अंदर ही सड़ जायेगी उसके बाद उस जगह से सिर्फ चारपाई ही निकल पाएगा. इसके कारण किसानों में मायूसी छाई हुई है. किसानों ने बताया धान की कोटरा बहरागोड़ा मैं आफत बनकर अचानक आयी तूफान की चपेट में से सैकड़ों एकड़ में लगी धान फसल बर्बाद हुई है.
तैयार हुए धान फसल को किसान बर्बाद होता देख हताश हैं:
इस बर्ष शुरू से ही बारिश कम होने से बहरागोड़ा के किसान परेशान थे. किसानों ने बताया जब धान लगाया गया तब बारिश बिल्कुल भी नहीं होने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था.इसकी चलते किसानों ने किसी तरह इधर-उधर से पंप सेट तथा नाला से पानी भरकर रुपाई किए थे.लेकिन अभी सब कुछ परेशानियों का झालने के बाद धान अच्छा उत्पादन हुआ था लेकिन तूफान आने पर सब कुछ पानी फेर दिया. तूफान के चलते सबसे ज्यादा नुकसान निचले इलाके में खेती पर हुई है.
क्षति की आकलन करके विभाग को भेजने के बाद मिलेगा मुआवजा : समीरण
इधर बहरागोड़ा के कृषि पदाधिकारी समीरण मजूमदार ने बताया कि चक्रवात तूफान से क्षति की सूचना मिलेगी तो विभाग को सूचित किया जाएगा.इसके बाद विभागीय निर्देश के आलोक में की कार्यवाही की जाएगी. क्षेत्र में गुरुवार को 17.2 तथा शुक्रवार अभी तक 19.2 एमएम की बरसात हुई है. तूफान खत्म होने के बाद क्षेत्र में धान का कितना क्षति हुआ है उसका आकलन किया जाएगा. फिर विभाग को भेज देंगे उसके बाद जैसे विभाग का आदेश आएगा उसे तरह से कार्यवाही की जाएगी.
बारिश के चलते मिट्टी का घर हुआ ध्वस्त:
बहरागोड़ा के पाथरा गांव निवासी शाम किस्कू का मिट्टी का घर एवं शौचालय लगातार बारिश के कारण शुक्रवार को ध्वस्त हो गया है. घर गिर जाने की वजह से परिवार का काफी नुकसान हुआ है. इस संबंध में शाम किस्कू ने बताया कि बारिश के दौरान पूरा परिवार बगल के घर में था. उसी दौरान तेज बारिश हुई और मिट्टी का घर और शौचालय दोनों गिर गया. इस तरह वह, उसकी पत्नी और बच्चे बाल-बाल बच गए और घर गिरने से कोई अन्य अप्रिय घटना नहीं घटी, लेकिन उसका घर गिरने से घर में रखा सारा सामान दबकर नष्ट हो गया. प्रभावित परिवार ने बहरागोड़ा अंचलाधिकारी राजा राम मुंडा और मुखिया राम मुर्मू से आपदा प्रबंधन के तहत मुआवजा देने की मांग की है.