झारखंडPosted at: अगस्त 10, 2024 ED की जांच में खुलासा, शेखर कुशवाहा ने जमीन के रैयत का नाम बदलकर बनवाई थी 1971 की फर्जी डीड
22.61 करोड़ की जमीन को 100 करोड़ से अधिक की कीमत में बेचने की थी तैयारी
न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: जमीन घोटाला मामले में ED ने जमीन कारोबारी शेखर कुशवाहा सहित तीन लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर लिया है. शेखर कुशवाहा को ईडी द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं एजेंसी को जांच में पता चला है कि शेखर कुशवाहा ने अपने सहयोगी प्रियरंजन सहाय, विपिन सिंह, इरशाद अंसारी, अफसर अली समेत अन्य के साथ मिलकर सरकारी कर्मी भानु प्रताप प्रसाद की मिलीभगत से 1971 का फर्जी डीड बनवाया था. ED द्वारा दाखिल चार्जशीट में इस बात का जिक्र है. साथ ही इस मामले में ED ने कोर्ट को साक्ष्य भी उपलब्ध कराए है.
ED की जांच में ये भी सामने आया है कि बड़गाईं अंचल के तत्कालीन अंचल राजस्व उपनिरीक्षक भानु प्रताप के साथ मिलकर शेखर कुशवाहा ने बरियातू की 4.83 एकड़ की जमीन के रैयत जितुआ भोक्ता का नाम बदल कर समरेंद्र चंद्र घोषाल के नाम की एंट्री की. इसके बाद गैरमजरूआ जमीन को सामान्य खाते की जमीन में बदल दिया था. ईडी सूत्रों से पता लगा कि 22.61 करोड़ की जमीन को 100 करोड़ से अधिक की कीमत में बेचने की तैयारी थी.