प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: चुरचू प्रखण्ड के इंदरा पंचायत अंतर्गत पंद्रह माईल में स्थित संचालित चिंतपूर्णी स्टील प्लांट आए दिनों बराबर किसी न किसी कारण बराबर सुर्खियों में रह रहा हैं. इस फैक्ट्री में रोजगार कम और लोगों की मौत का जहर ज्यादा उगल रहा हैं. सभी सरकारी नियम के विरुद्ध कार्यों से पर्दा एक-एक करके उठने लगा हैं.
प्रखंड जिला परिषद सदस्य बासुदेव करमाली ने इसका निरीक्षण कर बताया की यह फैक्ट्री रोजगार के नाम पर लोगों को मौत दे रही हैं. उक्त फैक्ट्री के आसपास पूरा इलाका दूषित हो गया है, जहां न शुद्ध पानी न शुद्ध हवा और न शुद्ध वातावरण मिलता हैं. आसपास के लोग अगर सांस भी ले रहे है तो अपनी जिंदगी में जहर ले रहे हैं. ग्रामीणों द्वारा उक्त फैक्ट्री के खिलाफ सूबे के मुख्यमंत्री, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री, हजारीबाग डीसी से लेकर संबंधित विभाग के आलाधिकारी तक गुहार लगा चुके हैं. इसके बावजूद किसी ने सुध तक नही ली. फैक्ट्री से निकलने वाले जहरीले धुंए के कारण कई लोग गंभीर रूप से बीमार होने की मामला भी सामने आया हैं.
बताते चले की चितपूर्णी स्पंज फैक्ट्री वर्ष 2005 में इस फैक्ट्री को प्रदूषण विभाग से स्थापना हेतु सहमति पत्र प्राप्त हुआ. इसके स्थापना से ग्रामीणों में एक आश और उम्मीद थी कि यहां के स्थानीय लोगों को रोजगार प्राप्त होगा और कुछ सुख-सुविधा भी मिलेगा परंतु ऐसा कुछ भी नही हुआ, बल्कि फैक्ट्री आसपास के गांवों के लिए मुसीबत सा बन गया हैं. यह फैक्ट्री से विषैली गैस और धुएं के रूप में जहर उगल रही हैं. गांव के लोगों का कहना है फिलहाल यह फैक्ट्री लोगों का मौत देने वाली मशीन, फैक्ट्री बना हुआ हैं. इससे निकलने वाला धुंआ कई कोसो मिल दूर तक उड़ कर जाता हैं. बच्चों से लेकर बड़ों तक सांस के मरीज बनकर जिंदगी के लिए जूझ रहें हैं.
क्षेत्रवासियों ने नुकसान पहुंचा रहे उद्योग को बंद कराने की मांग प्रशासन से की हैं. स्थानीय ग्रामीणों की माने तो चिंतपूर्णी फैक्ट्री के जहरीले धुंए की वजह से कई लोग टीवी सहित कई अन्य गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं. इसी मामले को लेकर प्रखंड जिला परिषद सदस्य बासुदेव करमाली के द्वारा क्षेत्र का निरीक्षण किया गया तो पाया गया की उक्त फैक्ट्री से लोग काफी परेशान हैं. यहां के स्थानीय लोगों का जीवन बद से बदतर हैं. लोग सांस भी अगर ले रहे है तो जीने का नही बल्कि जीवन में बीमारी का घर करने का. इसकी लिखित शिकायत संबंधित सभी विभाग को दिया जाएगा.