प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: चर्चा शिरोमणि गणाचार्य गुरुवर 108 विशुद्ध सागर महाराज का 33वां मुनि दीक्षा दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. परम पूज्य चर्या शिरोमणि गणाचार्य गुरुवर 108 विशुद्ध सागर महाराज के परम प्रभावक शिष्य परम पूज्य मुनि 108 सुयश सागर महाराज एवं छुल्लक 105 श्रेय सागर महाराज के सानिध्य में विश्व शांति तथा जगत कल्याण की कामना को लेकर सिद्धचक्र विधान एवं विश्व शांति महायज्ञ का भव्य आयोजन जैन मध्य विद्यालय के नव निर्मित हॉल में चल रहा हैं. आज प्रातः 6:15 बजे सभी पुरुष और महिला वर्ग एक जैसे परिधानों में विधान के कार्यक्रम स्थल पहुंचे. जहां पूरे हर्षोल्लास और विधि विधान के साथ कार्यक्रम शुरू किया गया. प्रातः 6:30 बजे मुनि के सानिध्य में कलश अभिषेक व शांति धारा का कार्यक्रम हुआ.
तत्पश्चात मुनि के मंगल सानिध्य और पंडित सुनील शास्त्री (छिंदवाड़ा) विधानाचार्य के निर्देशन में विधान प्रारम्भ हुआ संगीतकार विवेक (परिया) ने अपने सुमधुर आवाज के जादू से सभी को भक्ति रस में डूबो दिया. सबों ने पूरी तरह से इस धार्मिक भक्ति रस का आनंद लिया. दीप प्रज्वलन एवं मुनि के पाद प्रक्षालन का सौभाग्य सुलोचना सिद्धचक्र विधान एवं विश्व शांति महायज्ञ में उमड़े जैन अनुयायी मुनि के सानिध्य में कलश अभिषेक व शांतिधारा का कार्यक्रम देवी भागचंद गंगवाल परिवार को प्राप्त हुआ. आज परम पूज्य चार्य शिरोमणि गणाचार्य 108 विशुद्ध सागर महाराज का 33वां मुनि दीक्षा दिवस पूरे देश भर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. इस शुभ अवसर पर मुनि ने अपने भाव व्यक्त किए, जिससे उनकी गुरुदेव के प्रति असीम भक्ति भाव का सबों ने अनुभव किया. उन्होंने बताया कि कैसे कठिन समय से निकलकर वे मुनि बने और कैसे अपने स्वाध्याय के बल पर उन्होंने कई ग्रंथों की रचना कर डाली मुनि ने बताया कि अभी तक गुरुदेव ने लगभग 150 से अधिक पंच कल्याणक करा दिया है जो अद्भुत हैं. कार्यक्रम का संचालन विधानाचार्य सुनील शास्त्री (छिंदवाड़ा) की ओर से किया गया. सिद्ध विधान में एक मुख्य मंडल और 10 मंडल तथा एक भव्य समोशरण की रचना की गई हैं. सभी श्रद्धालु पूरे भक्ति भाव से पूजा विधान का आनंद ले रहे हैं.
प्रथम मंडल पुण्यार्जक दीपक रीमा अजमेरा, धीरज शिल्पा पाटनी, श्वेता लुहाड़िया, सुमति पाटनी. दूसरे मंडल के पुण्यार्जक राव (पिंटू) बबिता छाबड़ा, सुधा पाटोदी, मधु छाबड़ा, हेमा छाबड़ा, मैना रावका, उमा अजमेरा, उषा छाबडा तीसरे मंडल के पुण्यार्जक अरुण ललिता, अनिल किरण, अमित दीप्ति, अनिमेष रश्मि (बोहरा परिवार). चौथे मंडल के पुण्यार्जक संतोष अजमेरा, पुष्पा अजमेरा पांचवें मंडल के पुण्यार्जक ललित, दिलीप, संजय अजमेरा परिवार छठे मंडल के पुण्यार्जक डूंगरमल चंपा देवी प्रवीण अनीता, नवीन मीनाक्षी, मुकेश जैसी लुहाड़िया परिवार, सातवें मंडल के पुण्यार्जक पायल सेठी, अलका पाटनी, पिंकी पाटनी, श्वेता बड़जात्या, ममता पाटनी किट्टी विनायका, आठवें मंडल के पुण्यार्जक सीमा छाबड़ा, मंजू सेठी, नवें मंडल के पुण्यार्जक धर्मचंद उषा, अविनाश निताशा, अतुल वसुधा, अजय लाली विनायका परिवार दसवें मंडल के पुण्यार्जक आनंद सुमन अजमेरा, सुशील शोभा अजमेरा, सुनील रीता लुहाड़िया, अजय ममता सेठी हुए. कार्यक्रम के पश्चात 10:30 बजे मुनि के आहारचर्या का कार्यक्रम हुआ इससे पहले करल संध्या 6:15 बजे महाआरती से कार्यक्रम शुरू हुआ.
इसका सौभाग्य अजय ममता, अनुज आलिशा, अधीरा सेठी परिवार को प्राप्त हुआ. तत्पश्चात णमोकार चालीसा का कार्यक्रम शुरू हुआ। कार्यक्रम के मध्य में जैन समाज के बच्चों रिद्धि छाबड़ा, अधीर सेठी, काव्या गोधा, गिनी टोंगिया, द्रव्य विनायका, रियांश सेठी द्वारा मनमोहक भक्ति नृत्य प्रस्तुत किया गया. रश्मि बोहरा, सोना विनायका ने बच्चों द्वारा इस कार्यक्रम को करवाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. तत्पश्चात बाहर से आए अतिथियों का दिगंबर जैन पंचायत के पदाधिकारियों की ओर से सम्मानित किया गया.