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रांची/डेस्क: टेंडर कमीशन घोटाला मामले में निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम, पत्नी राजकुमारी देवी और भाई आलोक रंजन के डिसचार्ज पिटीशन पर सुनवाई पूरी हो गई है. PMLA की विशेष कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रखा है. अब इस मामले में 26 नवंबर को कोर्ट सुनाएगा अपना फैसला. मामले में आरोपियों पर आरोप गठित होना है. लिहाजा इससे पूर्व खुद पर लगे आरोप को मुक्त कराने के लिए आरोपियों ने 12 नवम्बर को डिस्चार्ज पिटीशन दाखिल किया है.
बता दें कि 21 फरवरी 2023 को वीरेंद्र राम और उनके सहयोगियों के 24 ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की थी. 22 फरवरी 2023 को पूछताछ के बाद ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया था. 21 महीने जेल में रहने के बाद पिछले दिनों जेल से बाहर आए है. सुप्रीम कोर्ट से मिली है जमानत. वीरेंद्र राम के ठिकाने पर हुई छापेमारी में 30 लाख कैश के साथ 1.50 करोड़ की जेवरात बरामद की गई थी. छापेमारी में ईडी को 100 करोड़ से अधिक की चल-अचल संपति का पता चला था. मामले में पूर्व मंत्री आलमगीर आलम भी जेल में बंद है. वीरेंद्र राम के सहयोगियों समेत लगभग 1 दर्जन को ईडी ने आरोपी बनाया है.