राजन पाण्डेय/न्यूज़11 भारत
गुमला/डेस्क: चैनपुर अनुमंडल क्षेत्र में बढ़ती गर्मी व तपिश से लोगों को सोमवार को राहत मिली. पिछले दो दिनों से लोग उमस भरी गर्मी से बेहाल लग रहे थे. सुबह से लेकर दोपहर तक लोग भीषण गर्मी का अनुभव कर रहे थे. बारिश के बाद लोगों को राहत मिली. सोमवार को दोपहर से आसमान हल्के बादलों ने डेरा डाल लिया, साथ ही दिन भर रुक रुककर धूप देखने को मिल रहा था लेकिन, उमस भरी गर्मी आमजन के पसीने छुड़ाती रही. सोमवार शाम होते ही तेज हवा के साथ झमाझम बारिश होना शुरू हो गई, जिसके बाद उमस भरी गर्मी से बेहाल हो रहे लोगों को राहत मिल गई. मौसम सुहाना हो गया और लोग घरों के बाहर गली-मोहल्लों की सड़कों पर व घरों की बालकोनी पर मौसम का आनंद लेते दिखाई देने लगे. वहीं देर शाम तक आसमान पर बादल छाए रहे, इस वजह से रात को फिर एक बार बारिश होने की उम्मीद जताई जा रही है. तापमान में हो रहा उतार-चढ़ाव से सोमवार को चैनपुर प्रखंड का अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस रहा. बारिश से मौसम हुआ सुहावना, गर्मी से मिली राहत वहीं तापमान में भी कमी आई.
बारिश में ही खुली पोल, नाली के गंदे पानी को पार करना पड़ रह है नागरिकों को
स्वच्छता अभियान को ढोल पीटने वाले प्रखंड प्रशासन के पास इस वर्ष की बारिश को लेकर कोई प्लानिंग दिखाई नहीं दे रही है. प्रत्येक वर्ष बारिश के पहले प्रखंड प्रशासन के द्वारा बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं, किंतु जमीनी हकीकत काफी बदतर होती है. मानसून की दस्तक के साथ सोमवार की दोपहर करीब डेढ़ घंटे की बारिश ने प्रखंड प्रशासन की पोल खोलकर रख दी. मुख्यालय के बस स्टैंड, चर्च रोड, ब्लॉक चौक, बैंक रोड़, कुरूमगढ़ रोड़ तथा पिपल चौक, प्रेमनगर सहित नाली के वर्षों से जाम थी और यह स्थिति आज भी बरकरार है. कुछ देर जमकर पानी गिरने के बाद ही जाम नाली से गंदा पानी भी ओवर लो हो गया और स्टेट हाइवे गंदे पानी से लबालब भर गया. वहीं राहगीरों को घुटने तक भरे इस गंदे पानी को पारकर आवाजाही करना पड़ रहा है. इधर चैनपुर प्रखंड प्रशासन ने बरसात को लेकर कोई प्लानिंग अभी तक नहीं की है और ना ही आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए कोई संसाधन है.
ग्रामीणों का कहना है की प्लान पल्स में योजना चढ़ने के बावजूद भी कोई कार्य देखने को नहीं मिल रहा है. ग्रामीणों को दुर्गंध से रहना मुस्कील हो गया है. साथ ही आने जानें में नली की गंदे पानी को पैरो में लेक घर जना तथा बीमारी को आमंत्रण करना हो रहा है.