अनंत/न्यूज़11भारत
गोमिया/डेस्क: गोमिया प्रखंड के आईईएल फुटबॉल मैदान और टिकाहारा पंचायत के कसियाडीह में हुल दिवस का आयोजन किया गया. इस अवसर पर बड़ी संख्या में आदिवासी समुदाय के महिला और पुरूष ढोल नगाड़ों और पारंपरिक रूप से कार्यक्रम में भाग लिया. मौके पर राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष और गोमिया के पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद महतो मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया. इस अवसर पर उन्होंने ढोल नगाड़ों के बीच हूल क्रांति के नायक वीर शहीद सिदो-कान्हू के स्मारक स्थल पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया और चांद,भैरव और फूलो,झानो को भी याद किया. गोमिया के आईईएल फुटबॉल मैदान में विशिष्ट अतिथि के रूप डॉ बसंती हेम्ब्रम, जिप सदस्य डॉ सुरेन्द्र राज, मुखिया बंटी उरांव, रामबृक्ष मुर्मू खास तौर पर मौजूद थे। वहीं बिरसा सेना के जिला अध्यक्ष रविशन टुडू, मुखिया प्रतिनिधि पिंटू पासवान, सहित अन्य लोग शामिल थे.
योगेंद्र प्रसाद महतो ने अपने संबोधन में कहा कि हूल क्रांति के नायकों ने अंग्रेजों की सत्ता को हिला दिया था और उनकी दमनकारी नीतियों और महाजनों के खिलाफ संथाल विद्रोह किया था. संथाल विद्रोह के नायकों को हमेशा गर्व से याद किया जाएगा. उन्होंने कहा कि झारखंड के आदिवासी समुदाय ने अंग्रेजों के खिलाफ प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन किया. हूल क्रांति के महानायक सिदो-कान्हू, चांद-भैरव, और फूलो-झानो के अदम्य साहस को सराहते हुए उन्होंने कहा कि इन वीरों ने 50 हजार से अधिक संथाली आदिवासियों को एकजुट कर अंग्रेजों और महाजनी प्रथा के खिलाफ विद्रोह किया था. इस मौके पर समिति के अध्यक्ष अमृत मरांडी, उपाध्यक्ष रमेश मरांडी, कार्यकारी अध्यक्ष मोतीलाल मरांडी, सचिव दिनेश मरांडी, कोषाध्यक्ष शिवचंद मांझी, सुशील मांझी, शिवचंद मांझी, प्रमोद मुर्मू, राजकुमारी देवी, राजेश मांझी, मिहिलाल मुर्मू मुख्य रूप से मौजूद थे.