न्यूज11 भारत
रांची/डेस्कः- यात्रा के दौरान आपात के समय बीमा सर्वोत्तम सुरक्षा कवच माना जाता है. यह बामा मेडिकल परिस्थितियों के अलावा ट्रिप के रद्द या बदलाव होने, चेक इन किए सामान को मिलने में हुए देरी या गुम हो जाने के साथ साथ पासपोर्ट भूलने जैसी तमाम तरह की स्थितियों को कवर करता है.
आजकल ऑनलाइन ट्रैवल बीमा खरीदना सबसे आसान माना जाता है. इससे आप एक्स्ट्रा कवरेज का विकल्प चुन सकते हैं. बीमा अपनी बीमा अवधि के हिसाब से ही खरीदना चाहिए जैसे- पारिवारिक अवकाश, व्यवसायिक, शैक्षिक व कुछ और.
यात्रा बीमा में इन सारे चीजों में सहूलियत मिलती है.
विलंब या गुम होने की परिस्थिति में
सामान का खोना व गलत जगह पर रखा जाना यात्रियों के आम दुर्घटना में से एक है. एयरलाइंस के द्वारा कभी कभी सामान देर से पहुंचाई जाती है या फिर गलत जगह रख दी जाती है. यात्रियों को इससे काफी परेशानी होता है. यात्रा बीमा ऐसे में मुआवजा देता है.
रुकावटें:
यात्रा में रुकावट आना आम बात है. इसके कई कारण है प्राकृतिक आपदा, राजनैतिक आशांति या कुछ भी. यही सारी रुकावटें आपकी यात्रा को प्रभावित कर उसे बदलने को मजबूर करती है. बीमा के माध्यम से आप इस तरह के परिस्थिति में वित्तिय तनाव के बिना ही परिस्थितियों के अनुकुल ढ़ल सकते हैं.
फ्लाईट का छूटना
आप कितनी भी सावधानी क्यों न बरत लें, फिर भी आपकी फ्लाईट छूटने की संभावना बनी रहती है. ऐसे में बीमारी, ट्रैफिक, अर्जेंट कॉल जैसी कई तरह की घटनाएं शामिल हैं. ऐसे में एयरलाइंस की नीतियों के मुताबिक छुटी फ्लाईट के लिए रिफंड मिल सकता है.
यात्रा का रद्द होना
यात्रा रद्द करने की सूचना यदि आप बीमा कंपनी को देते हैं, तो केवल होटल बुकिंग, प्रीपेड खर्टों की जो लागत है उसे रीइंबर्समेंट किया जा सकता है.
मेडिकल अपातकाल
अगर आप विदेश में हैं और मेडिकल इमरजेंसी जैसी कोई परिस्थिति आ जाए तो बीमा पॉलिसी के तहत क्वालिटी मेडिकल केयर की सुविधा दी जा सकती है. डॉक्टर के ब्यान आदि के दस्तावेज जमा करने पर बीमा कंपनी के पास संबद्ध मेडिकल सुविधा की नेटवर्क होता है वहां से अस्पताल को पेमेंट हो जाएगा.
सामान का खो जाना
सामान का खो जाने से बीमा पॉलिसी से मदद मिलती है. यह पूरे सामान के नुकसान के मामले में लागू किया जाता है. ट्रेवल एजेंसी के अलावे बीमा एजेंसी बाकी राशि देती है.
चेक इन में हुई देरी
चेक इन के दौरान बैगेज यदि आपके पास नहीं पहुंचा तो एयरलाइँस को तुरंत खबर करें. सामान वहां तक पहुंचने में कुछ घंटे से लेकर कुछ दिन भी लग सकते हैं. इस दौरान बीमा कंपनी वहां जरुरी सामान खरीदने के लिए तय राशि भी देगी. वहीं पासपोर्ट खोने पर फिर से पासपोर्ट बनाने में जो खर्च होगा वो मिल जाएगा.