नीरज कुमार साहू/न्यूज़11 भारत
बसिया/डेस्क: रेफरल अस्पताल बसिया के सभागार में स्वास्थ्य विभाग, एवं सेन्टर फॉर कैटालाइजिंग चेंज (C3) के सयुंक्त तत्वाधान में एक दिवसीय उन्मुखीकरण सह कार्यशाला किया गया जिसमें सहिया को राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम, युवा मैत्री केंद्र, बाल विवाह (कारण, परिणाम, एवम संबंधित कानून) एनीमिया एवम कम उम्र में गर्भधारण के दुष्परिणाम के बारे में विशेष रूप से जानकारी दी गई. उन्मुखीकरण कार्यक्रम का उदघाटन प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, चिकित्सा पदाधिकारी एवं प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक के द्वारा किया गया.
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं चिकित्सा पदाधिकारी ने कहा कि बाल विवाह सामाजिक कुरीति है इसे सभी को मिलकर दूर करना है क्योंकि इससे बालिकाओं के भविष्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि कम उम्र में गर्भधारण करने की अपनी परेशानियां हैं. किशोरियों की शिक्षा पूरी नहीं हो पा रही है. उन्होंने सहियाओं को सुझाव दिया कि किशोर - किशोरियों को युवा मैत्री केंद्र एवं आउटरीच भ्रमण के दौरान बाल विवाह एवम कम उम्र में गर्भधारण के दुष्परिणाम पर जागरूक करें.
सेंटर फॉर कैटालाइजिंग चेंज के प्रशिक्षक प्रकाश सारंगी एवं मनीषा श्रीवास्तव ने झारखंड एवम गुमला जिले में कम उम्र में विवाह एवम गर्भधारण संबंधी आंकड़ों को दर्शाते हुए कहा कि इस समस्या के उन्मूलन में सहिया की महत्वपूर्ण भूमिका है. उन्मुखीकरण कार्यक्रम में राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के बी.टी.टी, युवा मैत्री केंद्र के परामर्शदाता और सहिया शामिल हुईं.