न्यूज11 भारत
रांची/डेस्कः झारखंड सहित देश के चार राज्यों में आने वाले दिनों विधानसभा चुनाव होने है इसे लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है. इधर, झारखंड की राजनीतिक पार्टियां भी आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जोर-शोर से जुट गई है. इस बीच चुनाव को लेकर बड़ी खबर सामने आई है दरअसल, राज्य में विधानसभा चुनाव 2024 दो चरणों में कराया जा सकता है. इसकी सारी प्रक्रिया अक्टूबर 2024 तक पूरी कर ली जा सकती है. भारत निर्वाचन आयोग को झारखंड से मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से प्रस्ताव भेजने की तैयारी भी की जा रही है. खबर है कि झारखंड मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय की तरफ से दो या अधिकतम तीन चरणों में चुनाव संपन्न कराए के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा.
दो चरणों में कराया जा सकता है विधानसभा चुनाव 2024
जानकारी के मुताबिक, लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान राज्य में किसी भी तरह का कोई अप्रिय घटना या नक्सली वारदात नहीं हुई और शांति पूर्ण तरीके से मतदान संपन्न हुआ इसे ही देखते हुए झारखंड में विधानसभा चुनाव में दो या अधिकतम तीन चरणों में चुनाव कराने की तैयारी चल रही है. इसे लेकर झारखंड झारखंड मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय की तरफ से भारत निर्वाचन आयोग को प्रस्ताव भेजने की तैयारी चल रही है. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि इस आधार पर झारखंड के प्रस्ताव पर भारत निर्वाचन आयोग अपनी मुहर लगा सकता है.
पिछले चुनाव में पांच चरणों में हुए थे वोटिंग
आपको बता दें, इससे पहले साल 2014 और 2019 के विधानसभा चुनाव में 5-5 चरणों में हुए थे जबकि बात करें हरियाणा और महाराष्ट्र की तो यहां साल 2019 में एक-एक चरण में ही विधानसभा चुनाव कराए गए थे. इधर, विधानसभा चुनाव को लेकर आयोग का मानना यह है कि अगस्त 2024 तक मतदाता सूची की पुनरीक्षण का कार्य भी पूरा हो रहा है. जिसके बाद विधानसभा चुनाव के लिए कभी भी झारखंड तैयार है.
छठी विधानसभा का अक्टूबर में ही हो सकेगा गठन
झारखंड विधानसभा का चुनाव अगर सितंबर-अक्टूबर 2024 में होते हैं तो अक्टूबर महीने के अंतिम हफ्ते तक चुनाव के परिणाम आ जाएंगे. और इसके बाद झारखंड में 6ठीं विधानसभा का गठन कर लिया जाएगा. बता दें, वर्तमान में पांचवीं विधानसभा का कार्यकाल में 5 जनवरी 2025 तक हैं. लेकिन अक्टूबर महीने तक चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के बाद नई सरकार का गठन और विधानसभा में विश्वासमत पाने की तारीख ही अगले पांच वर्ष तक सरकार का कार्यकाल होगा. इसके अलावे अगले 5 साल का चुनाव भी उसी निर्धारित तारीख से पहले कराना होगा.