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रांची/डेस्क: लोग जूस को काफी हेल्दी मानते है और बाहर से जूस पीते है. लोग यह सोचकर जूस पीते है कि उनकी बॉडी फिट रहेगी. बरसात के मौसम में ये जूस जहर के समान काम करते है. आयुर्वेदिक चिकित्सकों का कहना है कि बाहर का जूस बरसात के मौसम में जहर के समान है. आपने जूस की दुकान पर देखा होगा कि अनार से लेकर कई सारे फल काटकर या छीलकर रखे होते है और बाद में इसी का जूस बना कर आपको परोसा जाता है.
होता है बहुत खतरनाक
बारिश के मौसम में देर से काटी गई कच्ची फल को कभी भी नहीं खाना चाहिए. इन फलों में फंगस और बैक्टीरिया बनते है. यह शरीर में जाकर इंफेक्शन का काम करते है. डायरिया, टाइफाइड का खतरा इसी वजह से बरसात के मौसम में बढ़ जाता है.
टाइफाइड होने का रहता है डर
वहीं ये भी देखा जाता है इन जूस के ग्लास को गंदे पानी में धोया जाता है. यह टाइफाइड का कारण बनती है. इसलिए बरसात के मौसम में आप जूस को छोड़कर सीजनल फल का सेवन कर सकते है. ये फल बरसात के मौसम में सेहतमंद भी होते है. नाशपाती, आम, अमरुद, अनानास जैसी फल का बरसात के मौसम में सेवन किया जा सकता है.
Disclaimer: यह आलेख एक्सपर्ट्स की राय के आधार पर लिखी गई है. इस संबंध में उचित सलाहकार से सलाह जरुर लें.