धनंजय कुमार सिंह/न्यूज़11 भारत
जामा/डेस्क: कहते हैं जाके राखे साइयां मार सके ना कोई बाल न बांका कर सके जो जग बैरी होय. जी हां यह कहावत सौ फीसद सही है. जिसका जिवंत उदाहरण दुमका के जामा प्रखंड अंतर्गत सरसाबाद पंचायत के दलदली गांव में देखने को मिला. घटना के बारे में बताया जाता है कि गांव के कालीचरण मंडल के ऊपर अगर माता मनसा की कृपा नहीं रहती तो पूरा परिवार घर में दब कर मर जाता. हुआ यह था कि बीते दिन कालीचरण मां,पत्नी और बच्चों के साथ मनसा माई का प्रसाद खाने के लिए दुमका गए थे. दुमका से लौटने के क्रम में बारिश होने लगी जिसके चलते पूरा परिवार दुमका में ही रुक गया. उसी रात कालीचरण का मिट्टी का घर पूरा भरभरा कर गिर गया. संयोग बढ़िया था कि उस रात परिवार के लोग घर में नहीं थे अगर रहते तो पूरा परिवार काल के गाल में समा गया होता.
इस घटना के बारे में जब पीड़ित परिवार से बात किया गया तो उन लोगों ने बताया कि बरसों से हम लोग प्रधानमंत्री आवास के लिए आवेदन दे रहे हैं और प्रखंड मुख्यालय एवं पंचायत मुख्यालय का चक्कर लगा रहे हैं. लेकिन आज तक हम लोगों को प्रधानमंत्री आवास नहीं मिला. आगे पीड़ित परिवार के लोग बताते हैं की किसी तरह मजदूरी करके परिवार चलाते हैं इतना सामर्थ नहीं है कि हम अपना घर अपनी कमाई से बना सकें. जब पीड़ित परिवार से यह पूछा गया कि आप कहां-कहां आवेदन दिए तो परिजनों ने बताया कि पंचायत कार्यालय, प्रखण्ड कार्यालय में और दुमका डीसी के यहां भी आवेदन दिया गया है. यही नहीं बीते वर्ष आप की योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में भी आवेदन दिए हैं लेकिन कंही कुछ नहीं हुआ. निश्चित रूप से कह सकते हैं कि माता मनसा के चलते पूरा परिवार बच तो गया लेकिन सरकार आपके द्वार अभियान भी सवालों के घेरे में आ गया.