मृतक प्रवासी श्रमिक नागेश्वर करमाली महाराष्ट्र में पोकलेन आपरेटर के रूप में कार्यरत थे
प्रशांत शर्मा/न्यूज11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: विष्णुगढ़ प्रखंड के प्रवासी मजदूरों की मौत का सिलसिला जारी है, जो थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसी क्रम में प्रखंड थाना क्षेत्र अंतर्गत जोबर पंचायत के फुसरो के प्रवासी मजदूर नागेश्वर करमाली (36, वर्षीय) , पिता उत्तीमचंद करमाली की मौत महाराष्ट्र के अहमदनगर में हुए एक सड़क हादसे में शनिवार को हो गई. प्रवासी श्रमिक की मौत के बाद उनके परिजनों ने उनके अंतिम दर्शन के लिए सरकार से गुहार लगाई है. विष्णुगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत जोबर पंचायत के फुसरो निवासी उत्तीमचंद करमाली के 36 वर्षीय पुत्र नागेश्वर करमाली की महाराष्ट्र के अहमदनगर में हुए सड़क हादसे में मौत हो गई.
मौत की सूचना मिलते हीं मृतक के परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है वहीं पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है. मृतक अपने पीछे पत्नी सावित्री देवी ( उम, 34 वर्ष ) , मां चंदवा देवी ,( उम्र ,65 वर्ष) एवं एक पुत्र पवन कुमार करमाली जिसकी उम्र 13 वर्ष है तथा दो पुत्रियां क्रमशः पम्मी कुमारी,(12 वर्ष) तथा परी कुमारी जिसकी उम्र 7 वर्ष है को छोड़ गए हैं. वहीं इस घटना को लेकर प्रवासी मजदूरों के हित में काम करने वाले समाजसेवी सिकंदर अली मृतक नागेश्वर करमाली के घर पहुंच कर उनके परिजनों को ढांढस बंधाया.
उन्होंने संवेदना प्रकट करते हुए सरकार से महाराष्ट्र से मृतक के शव को लाने की अपील की है. सिकंदर अली ने कहा कि झारखंड के नौजवानों की मौत के मुंह में समा जाने की यह कोई पहली घटना नहीं है. इसके पहले भी झारखंड के क ई लोगों की मौत हो चुकी है. कहा कि रोजी-रोटी की तलाश में परदेश गये प्रवासी झारखंडी श्रमिकों की मौतों का सिलसिला बदस्तूर जारी है. अली ने कहा कि हर रोज किसी न किसी इलाके से झारखंड के प्रवासी मजदूरों की मौत की खबरें किसी दूसरे राज्य अथवा विदेशों से आते रहतीं हैं. उन्होंने कहा कि यहां की सरकार को झारखंड में हीं रोजगार की व्यवस्था करनी चाहिए ताकि मजदूरों के पलायन को रोका जा सके.