भरत मंडल/न्यूज 11 भारत
गांडेय/डेस्क: गांडेय प्रखंड के कई पंचायतों में अंबुआ आवास को लेकर बवाल जारी है. मंगलवार को ताराटांड़ पंचायत के विभिन्न गांवों के कई ग्रामीण प्रखंड कार्यालय पहुंचकर अंबुआ आवास के प्रखंड समन्वयक सन्नी कुमार पर मनमानी का आरोप लगाया था. बुधवार को गांडेय मुखिया संघ के प्रखंड अध्यक्ष दशरथ किस्कू के नेतृत्व में प्रखंड के कई मुखिया गांडेय बीडीओ निशात अंजुम के पास पहुंचे और बीडीओ को आवेदन देकर प्रखंड समन्वयक पवन कुमार और सन्नी कुमार के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग किया है.
मुखिया संघ के द्धारा बीडीओ को दिए आवेदन में मुखिया संघ ने कहा कि हम सभी मुखिया ने लगभग 20-25 दिन पूर्व अंबुआ आवास का सारा अभिलेख प्रखंड समन्वयक के पास जमा किए. अभिलेख के आधार पर इंट्री भी की गई, जियोटेग भी किया गया. भुगतान का समय आने पर प्रखंड समन्वयक ने कहा कि लाभुकों का जाब कार्ड का इंट्री सही नहीं है. मुखिया संघ का कहना है कि बीते 13 अक्टूबर को किसी पंचायत के मुखिया का साइबर कैफे में अंबुआ आवास के अभिलेख के साथ काम करता हुआ देखा गया.
आवेदन में कहा गया है कि कई पंचायत आदिवासी बहुल क्षेत्र है. क्षेत्र के कई आदिवासी गरीब है और वह पैसा देने में असमर्थ हैं जिसके कारण उनके अभिलेख में त्रुटियां निकाल कर उन्हें अंबुआ आवास योजना से वंचित रखा गया है. जबकि जिस पंचायत से पैसे की एक मोटी रकम मिली है उस पंचायत के लाभुकों को योजना का लाभ दिया गया है. मुखिया संघ ने कहा कि हम सभी मुखिया प्रखंड समन्वयक के मनमानी तरीके से काफी आहत महसूस कर रहे हैं.
मुखिया संघ ने बीडीओ को आवेदन देकर मामले की जांच और प्रखंड समन्वयक पर कठोर कार्रवाई की मांग किया है. बीडीओ को दिए आवेदन में मेदनीसारे, फुलची, कर्रीबाक, गांडेय , चंपापुर, जामजोरी, बरमसिया टू, बाकी कला, मुखिया प्रतिनिधि झंरघंट्टा, मुखिया उदयपुर, मुखिया पंडरी, मुखिया कुडलवादाह के हस्ताक्षर अंकित है. इस विषय में पीएम आवास के प्रखंड समन्वयक पवन कुमार मंडल ने कहा कि मुखिया संघ के द्धारा लगाए गए आरोप निराधार है. जॉब कार्ड का इंट्री कम्प्यूटर आपरेटर करते हैं और पैसे की कोई लेना देन नहीं की गई है.