प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: हजारीबाग शहर में नगर निगम के द्वारा एक भी जगह पर दोपहिया और चार पहिया वाहन के लिए पार्किंग नहीं बनाया गया हैं. न कहीं पर शेड का निर्माण कराया और न कहीं पर वाहनों की पार्किंग का प्रोपर स्पेस या तौर तरीका बनाया. इनके लिए पैदल चलने वालों के लिए छोड़े गए फुटपाथ ही पार्किंग एरिया हैं. हजारीबाग नगर निगम के लिए शहर भर में हर उस जगह को जहां लोगों की भीड़ भाड़ ज्यादा रहती हो को पार्किंग एरिया के रूप में नोटिफाइड कर दोपहिया वाहन वालों से पार्किंग शुल्क वसूलने का जरिया बन गया हैं. गुरु गोविंद सिंह रोड में कांग्रेस आफिस चौक, जिला परिषद चौक के नजदीक बैंक आफ इंडिया, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, पोस्ट आफिस, काली बाड़ी रोड, पुराना समाहरणालय परिसर, व्यवहार न्यायालय, कचहरी रोड वकालतखाना के सामने सभी जगहों का एक सा हाल हैं. इनमें किसी भी जगह नगर निगम के द्वारा पार्किंग के लिए कोई भी एक काम नहीं किया गया. मगर वसूली वाहन खड़ी करने के एवज में प्रति टनाटन हैं. वकालत खाना के वाहन दस रुपए वसूली का पुख्ता इंतजाम हो गया.इसी प्रकार पुराना समाहरणालय परिसर, बैंक ऑफ इंडिया, स्टेट बैंक, पोस्ट आफिस, गुरु गोविंद सिंह रोड, काली बाड़ी रोड सभी जगह बस यही स्थिति हैं. फुटपाथ पर वाहन खड़ी करने का चार्ज देना हैं. दोपहिया वालों से दस रुपए और चार पहिया से तीस रुपए का शुल्क निर्धारित हैं. धन्य हजारीबाग की जनता और धन्य यहां के जनप्रतिनिधि, जिन्हें कभी भी ऐसी किसी अव्यवस्था से एतराज या शिकवा शिकायत नहीं सामने कचहरी रोड पहले ही बहुत ही संकीर्ण हैं. पैदल चलने वालों के लिए संकरा सा फुटपाथ था. निगम ने उस संकरे फुटपाथ को भी पार्किंग स्थल के रूप में नीलामी करा दिया. उसके बाद नीलामी लेने वाले ठेकेदार के लोग वसूली के लिए डट गए. नतीजा यह है कि पूरा फुटपाथ दोपहिया वाहनों की पार्किंग में चला गया. पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथ बची ही नहीं हैं. दूसरी तरफ धूप हो या बरसात फुटपाथ पर जैसे-तैसे एक दूसरे वाहन से रगड़ते हुए किसी तरह जाते हैं.
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