प्रभात खबर का पत्रकार कई कोचिंग संस्थान के लोगों से कर रहा था निरंतर बात, एक बड़े शिक्षण संस्थान के संचालक का पटना कनेक्शन खंगालने में जुटी सीबीआई
प्रशांत शर्मा/न्यूज11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: NEET/UG प्रश्न पत्र लीक मामले में सीबीआई को हजारीबाग से जुड़े प्रभात खबर के पत्रकार जमालुद्दीन के खिलाफ महत्वपूर्ण तकनीकी सबूत मिले, जिसके कारण 12 सदस्यीय टीम में शामिल अधिकारी उन्हें गिरफ्तार कर पटना ले गए और अब यह बात छनकर आ रही है कि उसके मोबाइल पर कई कोचिंग संस्थान के संचालकों के अलावे एक बड़े शिक्षण संस्थान के मालिक और एक यूनिवर्सिटी के बड़े अधिकारी से बातचीत और चैट, पेपर लीक मामले में पटना कनेक्शन को खंगालने में अधिकारी जुट गए हैं.
कहा जा रहा है कि शिक्षा माफिया का एक बड़ा नेक्सस इस पूरे नेटवर्क से जुड़ा है, जिसमें ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसानुल हक और उनकी टीम में शामिल कई लोग जुड़े थे. इस टीम के अहम सदस्य के रूप में प्रभात खबर के पत्रकार मो. जमालुद्दीन का नाम दर्ज हो चुका है. सूत्रों द्वारा कहा जा रहा है कि पूरे प्रकरण कि मैनेज करने का काम उनके भाई हिंदी दैनिक प्रभात खबर के हजारीबाग ब्यूरो चीफ मो. सलाउद्दीन किया करते थे और यही वजह रही कि सीबीआई की टीम उनसे भी चरही गेस्ट हाउस में घंटों पूछताछ की.
प्रभात खबर से जुड़े कई पत्रकारों ने बताया कि प्रश्न पत्र लीक मामले में जमालुद्दीन की गिरफ्तारी उनके बड़े भाई ब्यूरो चीफ सलाउद्दीन से सीबीआई की घंटो पूछताछ से अखबार की जो बदनामी हुई, उसमें ब्यूरोचीफ को कुछ दिन के लिए सिर्फ आई वाश के लिए रांची से किसी को ब्यूरो बनाकर हजारीबाग भेज दिया गया है.
सबसे बड़ी बात यह है कि पेपर लीक मामला देश भर में चर्चा का विषय बना हुआ है और लोकसभा से लेकर सड़क तक इसे लेकर हंगामा चल रहा है, ऐसे में हजारीबाग से ओएसिस स्कूल के प्रिसंपल, वाइस प्रिंसपल या पत्रकार की गिरफ्तारी सीबीआई ने दिखायी है तो उनके पास तकनीकी आधार और पुख्ता तथ्य आ गए, जिस कारण दर्जनों से पूछताछ के बाद इन्हें वे अपने साथ ले गए.
खबर यह भी है कि प्रभात खबर के पत्रकार जमालुद्दीन की गिरफ्तारी और ब्यूरो चीफ से घंटो की पूछताछ ने हजारीबाग में कईयों के चेहरे पर पसीना ला दिया है और पत्रकार के संपर्क में रहनेवाले लोग ईश्वर से अपने लिये प्रार्थना कर रहे हैं कि कहीं इसे लेकर बेवजह वे परेशानी में न फंस जाएं. इस पूरे मामले में अब गिरफ्तार लोगों से जब कड़ी दर कड़ी पूछताछ होगी तो कई सफेदपोश चेहरे बेनकाब होंगे. सूत्र यह भी बता रहे हैं की जमालुद्दीन तो सिर्फ चेहरा है उसके पीछे उसके बड़े भाई सलाउद्दीन की पूरे प्रकरण में बड़ी भूमिका है जो जमालुद्दीन से गहन पूछताछ के बाद ही सामने आ सकता है.