प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: हजारीबाग में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर एसपीजी व पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड में है. शहर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. सुरक्षा में कोई चूक न हो, इसका पूरी तरह से ख्याल रखा जा रहा है. शहर के होटल, स्टेशन और बस पड़ाव पर नजर रखी जा रही है. इसके अलावा सभी तहों की पुलिस अपने-अपने क्षेत्र के संदिग्धों की गतिविधियों पर नजर रख रही है. बदमाश एवं अपराधियों पर पुलिस की पैनी नजर है. प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर हजारीबाग में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रखी गई है. इसके लिए शहर में तीन हजार से ऊपर पारा मिलिट्री फोर्स को तैनात किया गया है. साथ रैफ की दो कंपनियों को भी लगाया जा रहा है. इसके अलावे राज्य भर के 7 एसपी, 45 डीएसपी, 100 इंस्पेक्टर और 400 सब इंस्पेक्टर की तैनाती की जा रही है. सुरक्षा एजेंसियों को भी जिले में हाई अलर्ट में रखा गया है. बताते चलें कि 2 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हजारीबाग न सिर्फ विनोबा भावे विश्वविद्यालय में आयोजित. कार्यक्रम में शिरकत करेंगे बल्कि गांधी मैदान में भाजपा द्वारा आयोजित परिवर्तन रैली के समापन कार्यक्रम को संबोधित करेंगे. कार्यक्रम स्थल के आसपास ऊंची इमारतों पर कमांडो तैनात करने की तैयारी है. जहां प्रधानमंत्री का कार्यक्रम होगा, उस इलाके में रास्तों को बंद कर दिया जाएगा. पूरे इलाके को नो फ्लाइंग जोन घोषित कर दिया जाएगा. यहां तक कि ड्रोन उड़ाने की भी मनाही होगी. जिस सड़क से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला गुजरेगा. वहां बैरिकेडिंग की जाएगी, ताकि कोई प्रधानमंत्री तक नहीं पहुंच सके. इसके अलावा 500 से अधिक पुलिसकर्मियों को ट्रैफिक कंट्रोल के लिए प्रतिनियुक्त किया जा रहा है. प्रधानमंत्री के आयोजित कार्यक्रम में सुरक्षा को लेकर शहर में यातायात रूट में परिवर्तन कर दिया जाएंगे. कई रास्तों को बंद कर दिया जाएगा. उस दिन लोगों से सड़क पर वाहन पार्किंग नही करने और रास्ते का कम से कम इस्तेमाल करने की अपील करने की तैयारी चल रही है.
पीएम के कार्यक्रम को लेकर विभावि में आज सभी कक्षाएं रहेगी स्थगित
विनोबा भावे विश्वविद्यालय परिसर में मंगलवार को सभी कक्षाएं स्थगित रहेगी. उक्त दिन आयोजित सभी परीक्षाओं को भी स्थगित किया गया है. इस संबंध में अलग-अलग अधिसूचना विश्वविद्यालय द्वारा जारी की गई. अब यह परीक्षा 15 अक्टूबर को पूर्व निर्धारित परीक्षा केंद्र, समय एवं कार्यक्रम के अनुसार होगी. यह भी निर्देशित किया गया है कि 1 अक्टूबर को विश्वविद्यालय मुख्यालय में कार्यरत सभी पदाधिकारी, शिक्षक, शिक्षकेत्तर अपने-अपने पहचान पत्र के साथ परिसर में आएंगे.