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रांची/डेस्क: ब्रेन स्ट्रोक तब होता है जब दिमाग के किसी हिस्से में रक्त का संचार सही तरीके से नहीं होता है.. इस स्थिति में, यदि शुरुआती लक्षणों को समय रहते पहचाना जाए, तो व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है.. स्ट्रोक के लक्षणों की पहचान कर, इसका इलाज तुरंत शुरू करना बेहद जरूरी है.. सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC). के अनुसार, स्ट्रोक अमेरिका में मृत्यु का एक प्रमुख कारण है.. हर साल 795,000 से अधिक अमेरिकी लोग स्ट्रोक का शिकार होते हैं.. जब दिमाग को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती, तो उसकी कोशिकाएं और ऊतक (टिश्यू) क्षतिग्रस्त होने लगते हैं और कुछ ही मिनटों में मरने लगते हैं.. इसलिए स्ट्रोक के लक्षणों को पहचानना और तुरंत इलाज कराना जीवनरक्षक साबित हो सकता है.
स्ट्रोक के प्रमुख लक्षण
1. आकस्मिक कमजोरी या सुन्नपन.
यदि किसी एक तरफ का चेहरा, हाथ या पैर अचानक सुन्न हो जाए या कमजोरी महसूस हो, तो यह स्ट्रोक का संकेत हो सकता है..
2. बोलने में दिक्कत.
अचानक शब्दों को सही से बोलने में परेशानी होना, जुबान लड़खड़ाना या भाषा का समझ में न आना भी स्ट्रोक का लक्षण हो सकता है..
3. दृष्टि में परिवर्तन.
अगर अचानक आंखों के सामने धुंधलापन, या एक आंख से दिखना बंद हो जाए, तो यह भी स्ट्रोक का संकेत हो सकता है..
4. संतुलन में गड़बड़ी.
यदि किसी व्यक्ति को अचानक संतुलन बनाने में कठिनाई हो या वह गिरने लगे, तो यह भी एक गंभीर लक्षण है..
5. अचानक सिरदर्द.
अगर किसी को अचानक तीव्र सिरदर्द का सामना हो, खासकर जब वह बिना किसी स्पष्ट कारण के हो, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.
खराब लाइफस्टाइल और स्ट्रोक का बढ़ता खतरा
आजकल की खराब जीवनशैली और खानपान की आदतें न्यूरोलॉजिकल बीमारियों जैसे माइग्रेन, स्ट्रोक, और ब्रेन ट्यूमर्स के बढ़ते मामलों का कारण बन रही हैं.. भारत में हर साल करीब 40,000 से 50,000 लोग ब्रेन ट्यूमर का शिकार होते हैं..
स्ट्रोक के मामलों में पिछले कुछ वर्षों में 25% तक वृद्धि देखी गई है, और सबसे ज्यादा मामले 25 से 40 साल के बीच के युवाओं में सामने आ रहे हैं.. इसका मुख्य कारण खराब खानपान, मोटापा, धूम्रपान, और तनावपूर्ण जीवनशैली है, जो हाई बीपी और डायबिटीज जैसी बीमारियों को जन्म देती है..
भारत में ब्रेन स्ट्रोक की स्थिति
भारत में ब्रेन स्ट्रोक के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है.. हर साल करीब 1.85 लाख नए स्ट्रोक के मामले सामने आते हैं, और हर 40 सेकेंड में एक व्यक्ति को स्ट्रोक होता है.. इसके अलावा, हर मिनट में एक व्यक्ति की मौत स्ट्रोक के कारण हो जाती है.. इसलिए, ब्रेन स्ट्रोक को समय रहते पहचानकर इलाज शुरू करना अत्यंत आवश्यक है..
स्ट्रोक से बचने के उपाय
1. स्वस्थ आहार. – संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर आहार लेना जरूरी है..
2. धूम्रपान से बचें. – धूम्रपान से रक्तचाप बढ़ता है और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है..
3. नियमित व्यायाम करें. – रोजाना शारीरिक गतिविधि से दिल और दिमाग दोनों स्वस्थ रहते हैं..
4. तनाव कम करें. – मानसिक तनाव को कम करने के लिए योग, ध्यान और पर्याप्त नींद लें..
5. नियमित मेडिकल चेकअप. – बीपी, शुगर और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं की नियमित जांच कराएं..
निष्कर्ष
ब्रेन स्ट्रोक को समय रहते पहचानना और उचित उपचार प्राप्त करना जरूरी है.. अगर आप अपनी जीवनशैली पर ध्यान देंगे और स्वस्थ आदतें अपनाएंगे, तो आप न्यूरोलॉजिकल समस्याओं, जैसे ब्रेन स्ट्रोक, से काफी हद तक बच सकते हैं..
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है.. किसी भी उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ से सलाह लेना अनिवार्य है.