कृपा शंकर/न्यूज 11 भारत
बोकारो/डेस्क: टाटानगर से पटना परिचालित होने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस रविवार दोपहर करीब डेढ़ बजे बोकारो रेलवे स्टेशन पहुंची. वंदे भारत का आगमन होते ही स्टेशन पर खड़े यात्री हाथ में मोबाइल लिए सेल्फी लेते दिखे. बोकारो रेलवे स्टेशन पर ट्रेन को धनबाद लोकसभा सांसद तथा बोकारो विधायक के प्रतिनिधि, रेलवे अधिकारियो तथा भाजपा कार्यकर्ताओं ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. यह ट्रेन 1:55 बजे स्टेशन से रवाना हुई. इससे पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रांची से ऑनलाइन हरी झंडी दिखाकर टाटानगर रेलवे स्टेशन से ट्रेन संख्या 20893 (टाटानगर-पटना वंदे भारत एक्सप्रेस) को रवाना किया. बोकारो स्टेशन पर स्काउट एवं गाइड व विभिन्न विद्यालय के बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर आगंतुकों को मंत्रमुग्ध कर, खूब वह वही बटोरी. बोकारो स्टेशन के आस पास के विभिन्न विद्यालयों में रेलवे के विकास में इंजीनिरिंग का योगदान विषय पर निबंध और चित्रकला प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया. विजेताओं को अपर मंडल रेल प्रबंधक आद्रा, खागेंद्र नाथ घोष ने पुरस्कृत किया. इधर, ट्रेन में सफर का आनंद लेने चढ़े रेलवे स्काउट एवं गाइड के कैडर्स ने वंदे भारत में सफर के दौरान राष्ट्रीय गान आदि गा कर खूब माहौल बनाया.
बता दें कि यह ट्रेन आद्रा मंडल के चांडिल और बोकारो स्टेशन पर ठहरेगी. वहीं, बोकारो होकर रांची से वाराणसी के लिए पहले से एक वंदे भारत ट्रेन का परिचालन हो रहा है. इस महत्वपूर्ण अवसर पर चांडिल और बोकारो स्टेशनों पर भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. इस अवसर वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक विकास कुमार, भाजपा जिलाध्यक्ष जयदेव राय, रोहित लाल सिंह, बालीडीह मंडल अध्यक्ष अविनाश सिंह, सन्नी आनंद, क्षेत्रीय रेल प्रबंधक बोकारो विनीत कुमार, स्टेशन प्रबंधक ए के हलदर, सीसीआई उत्तम कुमार, सीटीआई अमित प्रियदर्शी, आरपीएफ ओसी संतोष कुमार, आईओडब्लू अरविंद प्रसाद सहित अन्य रेलवे अधिकारी तथा स्थानीय नागरिक उपस्थित थे.
किसी ने सराहना तो किसी ने जताई नाराजगी-
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के परिचालन पर रेलवे यात्रियों तथा स्थानीय लोगों से मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली. बोकारो रेलवे स्टेशन तथा आसपास के लोगों ने वंदे भारत ट्रेन के परिचालन पर खुशी जाहिर की. जब कई लोगों कहा कि इतना महंगा ट्रेन हम आम जनों के लिए नहीं है. यह ट्रेन खास व पैसे से संपन्न लोगों के लिए है. कहा कि साधारण आदमी सिर्फ सेल्फी लेकर स्टेटस पर भी डाल सकते हैं. इस ट्रेन में सफर करना उनके बस की बात नहीं है. इससे बेहतर होता की वर्षों से टाटा बोकारो आदि क्षेत्र को जोड़ने के लिए ट्रेन की मांग की जाती रही है. आम आदमी की पहुंच की ट्रेन चलाई जाती तो अधिक से अधिक लोगों को लाभ मिलता.