अनंत/न्यूज़11भारत
बोकारो/डेस्क: तेनुघाट व्यवहार न्यायालय के एसीजेएम मनोज कुमार प्रजापति ने एक चेक बाउंस मामले में दोनों पक्षों के बीच सुलह कराने के बाद उन्हें पौधा लगाने का निर्देश दिया. यह मामला वीणा देवी और रामेश्वर महतो के बीच चल रहा था, जिसमें न्यायालय के हस्तक्षेप से दोनों पक्षों के बीच समझौता कराया गया. न्यायालय ने इस विवाद का सफल निपटारा करते हुए दोनों पक्षों को एक-एक पौधा भेंट किया, ताकि यह सुलह की याद के रूप में उनके साथ रहे और भविष्य में वे फिर से कानूनी विवाद में न पड़ें. इस मौके पर दोनों पक्षों के अधिवक्ता मुरली मनोहर वर्धन, प्रमोद कुमार, पूर्णेन्दु कुमार और भगीरथ की मौजूदगी रही.
इसी प्रकार, तेनुघाट कुटुंब न्यायालय में एक पति-पत्नी के बीच चल रहे भरण पोषण के मामले में भी समझौता हुआ. पत्नी कविता देवी ने अपने पति संजय करमाली के खिलाफ भरण पोषण का मामला दर्ज कराया था, जिसे मध्यस्थता केन्द्र में भेजा गया था. मध्यस्थता के अधिवक्ता तपन कुमार दे के प्रयासों से पति-पत्नी के बीच सुलह हुई, और अब वे अपने बच्चों के साथ मिलकर जीवन यापन करेंगे. इस मौके पर मध्यस्थता अधिवक्ता तपन कुमार दे और दोनों पक्षों के अधिवक्ता शंकर कुमार ठाकुर, विश्वनाथ, जीवन सागर, दीपक कुमार गुप्ता और कृष्णा रजक की उपस्थिति में दोनों को पौधा भेंट किया गया.
न्यायालय द्वारा पौधा भेंट करने का उद्देश्य यह है कि यह सुलह और समझौते की एक प्रतीकात्मक स्मृति बने और उन्हें सदैव याद दिलाए कि आपसी समझ से विवादों को सुलझाया जा सकता हैं.