अशिस शास्त्री/न्यूज़11 भारत
सिमडेगा/डेस्क: सिमडेगा में कड़ी सुरक्षा के बीच विधानसभा चुनाव 2024 के पहले चरण का मतदान शांतिपूर्ण चल रहा हैं. मतदान के दौरान जमीन से आसमान तक पुलिस पैनी नजर रख रही हैं. विधानसभा चुनाव में सिमडेगा जिला में कभी उग्रवादियों के गढ़ रही इलाकों में लोकतंत्र की बहार दिख रही हैं. लोगों ने बेखौफ होकर लोकतंत्र पर अपनी रजामंदी जताई और जमकर मतदान किए. कभी गोलियों की तड़तड़ाहट और बमों के धमाकों की गूंज से थर्राने वाले इलाकों के लोगों ने निडर भाव से बैलेट के रास्ते अपना कदम बढ़ाते हुए सिमडेगा क विकास चुना और सरकार बनाने के लिए खुलकर मतदान किए. मतदान के दौरान भयमुक्त वातावरण बनाए रखने में पुलिस प्रशासन ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी और जमीन से आसमान तक पुलिस की निगहबानी रही. जमीन पर तीन लेयर की कड़ी सुरक्षा और आसमान से ड्रोन के जरिए क्षेत्र पर नजर रखी जा रही हैं.
सिमडेगा के जंगलों पहाड़ों से भरे दुरूह रास्तों वाले मतदान केंद्रों पर पुलिस की सुरक्षा चाक चौबंद नजर आई. मतदान केंद्रों पर जिला बल सहित सीआईएसएफ के सुरक्षा तो मतदान केन्द्र के बाहर जैप और बीएसएफ की पैनी निगाहें. दुरूह जंगली रास्तों पर सैट के जवानों की गश्ती तो जंगलों के भीतर जुझारू पुलिस जवानों की सुरक्षा. इन सबके साथ एलआरपी दल है जो घुम-घुम कर भयमुक्त करती रही. हर तरफ सुरक्षा ऐसी है कि परिंदा भी पुलिस की चील जैसी तेज निगाहों से बच नहीं सके.
पुलिस के कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदाता बेखौफ होकर अहले सुबह से हीं मतदान केन्द्रों में पंहुच पंक्तिबद्ध तरीके से मतदान कर रहे हैं. गौरतलब है कि पूर्व में उग्रवाद प्रभावित होने के कारण सिमडेगा जिला का बड़ा इलाका काफी दिनों तक विकास से दूर है लेकिन अब यहां के ग्रामीण भय को दर किनार कर बैलेट के रास्ते बुलेट के भय को मार कर अपने इलाके के विकास करने की ठान ली हैं. जिसका असर मतदान के दौरान नजर आ रहा हैं. बिजली पानी सहित गांव तक सुलभ रास्ते जिसपर चल कर बच्चे शिक्षित हों और गांव विकसित हो. मतदान करने पहुचे गांव के कई बुजुर्गों की आंखों में लोकतंत्र के इस सुखद क्षण में विकास के लिए ललाइत उम्मीद दिखी, जिसका इंतजार वे दशकों से कर रहे थे. मतदान के दौरान लोकतंत्र की सुखद तस्वीरों को देख अधिकारी भी मुस्कुराते नजर आए. उन्होने कहा बैलेट आज बुलेट से जीत गई.