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रांची/डेस्क: रांची में नवनिर्मित इस्लाम नगर के लाभुकों को शिफ्ट कराने की मांग को लेकर इस्लाम नगर के लोगों ने आंदोलन को चेतावनी दी है. उनका कहना है कि विधानसभा चुनाव से पहले अगर नवनिर्मित इस्लाम नगर के लाभुकों शिफ्ट नहीं किया गया तो लाभुक खुद ताला तोड़ के शिफ्ट कर जाएंगे. साथ ही जरूर पड़ने पर नगर निगम के खिलाफ उग्रवाद आंदोलन किया जाएगा.
21 करोड़ रुपए की लागत से बनें हैं 291 आवास
इस्लाम नगर में कुल 21 करोड़ रुपए की लागत से जी प्लस तीन की शैली में 291 आवास में बनकर पूरी तरह से तैयार है. लाभुकों को 6.25 लाख कीमत वाले एक आवास के लिए 50 हजार रुपए भी लिए गए है. आवास में लाभुकों को सभी संसाधन मुफ्त मुहैया कराया गया है. लेकिन पिछले कई वर्षों से बनकर तैयार इस्लाम नगर का भवन सरकार के इंतजार में खाली है. इस्लाम नगर के लाभुको ने कहा कि अगर झारखंड विधानसभा चुनाव से पहले शिफ्ट नहीं कराया गया तो लाभुक खुद ब खुद ताला तोड़कर प्रवेश कर जाएंगे. जरूरत पड़ने पर रांची नगर निगम के खिलाफ उग्र आंदोलन भी किया जाएगा. क्योंकि अक्टूबर महीने में आचार संहिता लागू हो सकता है. इसलिए तमाम अड़चनों को दूर कर लाभुको को उसके घरों में शिफ्ट करने को मांग की है.
2011 में इस्लाम नगर को अतिक्रमण हटाओ के तहत तोड़ा गया था
बता दें कि वर्ष 2011 में इस्लाम नगर को अतिक्रमण हटाओ के तहत तोड़ा गया था, जिसमें करीब 1200 परिवार बेघर हो गए थे. जिसके बाद हाईकोर्ट से गुहार लगाई गई, जिस पर हाईकोर्ट ने सभी को घर आवंटित कराने का आदेश दिया है. करीब 1200 पीड़ित परिवारों ने अपने आशियाने की मांग के लिए आवेदन दिया था, जिसमें मात्र 444 परिवारों को ही चयनित कर जिला प्रशासन और नगर निगम की तरफ से आवास मुहैया कराया जा रहा है. तो वही 291 आवास को आवंटन किया गया, लेकिन शिफ्टिंग अभी तक नहीं हो पा रहा है. इस मौके पर इस्लाम नगर के लोगों ने बताया कि जिन लोगों को मकान मिल रहा है, वे लोग तो खुश हैं, लेकिन वर्षों पहले हुए अतिक्रमण हटाओ अभियान में कई वैसे लोगों को घर नहीं मिल पाया जो आज भी घर के वाजिब हकदार हैं. इस्लामनगर के लोगों को जल्द अगर उनका हक नहीं मिला तो उग्र आंदोलन सड़कों पर देखा जा सकता है साथ ही लाभुक अब बिना किसी देरी के शिफ्ट करने की मांग कर रहे हैं.