राजदेव/न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: आजकल साइबर अपराध कुछ ऐसे ही पैटर्न का इस्तेमाल कर रहे हैं जिसके बारे में आम आदमी सोच भी नहीं सकता. पिछले हफ्ते एक 80 साल की महिला के अकाउंट से साइबर अपराधी ने 27 लाख रूपये उड़ा लिये. इसके लिए अपराधियों ने जो ट्रिक अपनाये उसे देख पुलिस भी हतप्रभ रह गई. पेशे से ऑटो ड्राइवर इस अपराधी ने सबसे पहले उस महिला के मोबाइल पर फोन पे एप डाउनलोड करवाया, फिर उसके अकाउंट से हर दिन पैसे की निकासी करने लगा. कुछ ही दिनों में उसने उस वृद्धा के अकाउंट से 27 लाख रूपये उड़ा लिये. इस घटना और इसके पैटर्न ने पुलिस को भी हतप्रभ कर डाला. ये अपराधी उसी वृद्ध महिला के घर का केयर टेकर था जिसके उसने पैसे उड़ाये. वृद्ध महिला ये समझ भी नहीं पाई और उसके अकाउंट से पैसे उड़ गये.
साईबर अपराधियों ने भी अपने आपको अपडेट कर लिया है
छह माह-साल भर पहले तक बैंक मैनेजर बन कर या ओटीपी मांगकर साइबर अपराधी ठगी करते थे. आज भी ये सिलसिला जारी है लेकिन इसमें कुछ कमी आई है. इसके साथ स्पैम ईमेल, हैकिंग, फिशिंग, वायरस डाल कर भी बड़े पैमाने पर साइबर फ्रॉड होते रहे. लेकिन समय के साथ-साथ साईबर अपराधियों ने भी अपने आपको अपडेट कर लिया है. पुलिस की लगातार दबिश और अन्य साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी से वे सतर्क हो गये. उन्होंने ठगी के नये तरीके ढूंढने शुरू कर दिये.
बैंक से लोन दिलाने के नाम पर होती थी ठगी
पिछले साल तक कई ऐसे मामले आये जिसमें बैंक से लोन दिलाने के नाम पर ठगी की गई. सारा खेल फोन पर हो रहा था. पहले फोन पर कम ब्याज दर पर लोन देने का प्रलोभन दिया गया. जब कोई व्यक्ति ऐसी बातों में फंस जाता है तो उससे किसी न किसी बहाने रूपयों की मांग की गई. और जब पैसे मिल गये तो फोन करने वाला ही गायब हो जाता है. प्रशासनिक दखअंदाजी से ऐसे मामलों में काफी कमी आई. कुछ ऐसी ही ठगी बिजली बिल के नाम पर, फर्जी केस और फर्जी बिल के माध्यम से भी की गई.
साइबर अपराधी हर दिन ठगी के नये हथकंड़े अपना रहे
लेकिन वृद्ध महिला के साथ की गई धोखाधड़ी ने पुलिस को भी सोचने पर मजबूर कर दिया. पूरी कहानी का सारांश ये है कि पुलिस सतर्क है, लगातार गिरफ्तारियां हो रही हैं, फिर भी धोखाधड़ी नहीं रूक रही है. साइबर अपराधी हर दिन ठगी के नये हथकंड़े अपना रहे हैं. उन्होंने क्राइम के पैटर्न को ही बदल डाला है. ऐसे पैटर्न हमें हैरान तो करते ही हैं, साथ ही सावधान भी करते हैं.