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झारखंड


इलाज नि:शुल्क, पर बाहर से खरीदने पड़ रहे है ज्यादातर दवाएं

एसएनएमएमसीएच में 10 विभागों का ओपीडी, काउंटर पर मात्र 38 तरह की ही दवाएं मौजूद
इलाज नि:शुल्क, पर बाहर से खरीदने पड़ रहे है ज्यादातर दवाएं

न्यूज11 भारत 


रांची/डेस्क: धनबाद जिले के सबसे बड़े अस्पताल एसएनएमएमसीएच में मरीजों को दवा के अभाव से जूझना पड़ रहा है. डॉक्टर द्वारा लिखी दवा लेने में ओपीडी मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. यहां तक कि लगातार दवा का अभाव से मरीजों को जेबें ढीली करनी पड़ रही है. घंटों लाइन में लगने के बाद जब मरीज दवा काउंटर के पास पहुंचते हैं तो उसे दवा उपलब्ध नहीं रहने की जानकारी देते हुए बाहर से खरीदने की नसीहत मिलती है. 

 

यहां प्रतिदिन हजारों मरीज इलाज कराने के लिए आते है. अस्पताल में इलाज तो मुफ्त की जाती है. लेकिन यहां नि:शुल्क दवा काउंटर में डॉक्टर द्वारा लिखे गई सभी दवाएं उपलब्ध नहीं है. ज्यादातर दवाएं बाहर से खरीदने पड़ते है. यहां तक कि सर्दी-खांसी, बुखार जैसी दवाएं भी बाहर से खरीदनी पड़ रही है.  

 


 

बता दें कि एसएनएमएमसीएच अस्पताल में मेडिसीन, सर्जरी, ऑर्थो, पेडियाट्रिक, आई, इएनटी, गायनी, मनोरोग, चर्म रोग, रेडियाथेरेपी समेत 10 विभागों के ओपीडी चलते है. लेकिन सरकारी अस्पताल में बड़ी संख्या में वे लोग आते जिनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. वैसे में बाहर से दवाई खरीदने से उन पर आर्थिक बोझ पड़ता है. 
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