हजारीबाग/डेस्क: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान आईसीएआर (भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद) गौरियाकरमा का दौरा किया. इस दौरे के दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण गतिविधियों में भाग लिया और ग्रामीणों की समस्याओं को समझने का प्रयास किया.
आईसीएआर के विभिन्न भवनों का किया निरीक्षण :
दौरे की शुरुआत में कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आईसीएआर परिसर के विभिन्न भवनों का निरीक्षण किया. उन्होंने संस्थान की कार्यप्रणाली, अनुसंधान और अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं का बारीकी से जायजा लिया. केंद्रीय मंत्री ने वैज्ञानिकों से मुलाकात कर उनकी उपलब्धियों और कार्यों के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की.
पौधारोपण कर दिया पर्यावरण का संदेश :
आईसीएआर दौरे के दौरान केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पौधारोपण किया. इस अवसर पर उन्होंने पर्यावरण संरक्षण की महत्ता पर जोर दिया और अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने की अपील की. उन्होंने कहा कि पौधे न केवल पर्यावरण की सुरक्षा में योगदान देते हैं, बल्कि भविष्य की पीढ़ियों के लिए भी यह अमूल्य धरोहर हैं.
ग्रामीणों से मिलकर समस्याओं को समझा :
दौरे के दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री ने स्थानीय ग्रामीणों से भी मुलाकात की और उनकी समस्याओं को सुना. ग्रामीणों ने शिकायत करते हुए कहा कि यहां आयोजित कार्यक्रमों की जानकारी उन्हें समय पर नहीं दी जाती है और वे इन आयोजनों से वंचित रह जाते हैं. इस पर मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि भविष्य में किसी भी प्रकार की जानकारी ग्रामीणों तक समय पर पहुंचाई जाए.
स्थानीय लोगों को रोजगार में मिले प्राथमिकता : कृषि मंत्री
केंद्रीय मंत्री से ग्रामीणों ने कहा कि संस्थान में इससे पहले स्थानीय युवाओं को रोजगार पर रखा गया था परंतु हाल के दिनों में सभी को निकाल दिया गया है. जिसपर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आईसीएआर में स्थानीय लोगों को नियुक्तियों में प्राथमिकता दी जानी चाहिए. उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि भविष्य में जब भी कोई नियुक्ति हो, तो स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर दिए जाएं.
वैज्ञानिकों से परिचय और सम्मान :
दौरे के अंत में शिवराज सिंह चौहान ने आईसीएआर के सभी वैज्ञानिकों से मुलाकात की और उनका परिचय प्राप्त किया. उन्होंने संस्थान में किए जा रहे शोध कार्यों की सराहना की और वैज्ञानिकों को शुभकामनाएं दीं. मंत्री ने कहा कि वैज्ञानिकों के योगदान से कृषि क्षेत्र में विकास हो रहा है और उनकी मेहनत से देश का किसान सशक्त हो रहा है. केंद्रीय कृषि मंत्री के इस दौरे से आईसीएआर गौरियाकर्मा और आसपास के ग्रामीणों को नई उम्मीदें मिली हैं. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि ग्रामीणों की समस्याओं को सुलझाने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं.
केंद्रीय कृषि मंत्री ने वैज्ञानिकों से कृषि पैदावार बढ़ाने एवं आईसीएआर कार्यों की ली जानकारी :
आईसीएआर गौरियाकरमा के दौरे के दौरान, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वैज्ञानिकों से मुलाकात कर कृषि क्षेत्र में हो रहे नए शोध और तकनीकों के बारे में जानकारी प्राप्त की. उन्होंने विशेष रूप से यह जानने की कोशिश की कि किस तरह से आईसीएआर के वैज्ञानिक नई विधियों और तकनीकों के माध्यम से कृषि पैदावार बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं. शिवराज सिंह चौहान ने वैज्ञानिकों से पूछा कि कैसे आधुनिक तकनीक का उपयोग कर किसान अपनी पैदावार को अधिक बढ़ा सकते हैं. मंत्री ने वैज्ञानिकों से आग्रह किया कि वे ऐसी तकनीक विकसित करें, जो कम लागत में अधिक उत्पादन सुनिश्चित कर सके और देश के किसानों के जीवन को सरल बना सके. उन्होंने किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए नई तकनीकों के विकास पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र में नया ग्रीन रिवोल्यूशन लाना हमारी प्राथमिकता है. साथ ही कहा कि यहां के किसानों को प्रशिक्षण देने का काम संस्थान करें ताकि यहां के किसान उन्नत हो और स्थानीय लोग अधिक से अधिक लाभान्वित हो. संस्थान खोलने के उद्देश्य की पूर्ति तभी होगी जब यहां के साथ साथ पूर्वांचल क्षेत्र म किसान उन्नत बन पाए.
आईसीएआर की उपलब्धियों की सराहना :
केंद्रीय मंत्री ने आईसीएआर के कार्यों की प्रशंसा की और कहा कि संस्थान के वैज्ञानिकों के शोध कार्यों ने देश में कृषि क्षेत्र को एक नई दिशा दी है. उन्होंने वैज्ञानिकों से कृषि क्षेत्र में हो रहे बदलावों और नए आविष्कारों के बारे में भी विस्तार से जानकारी ली. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि आईसीएआर के अनुसंधान से देश का किसान अधिक आत्मनिर्भर हो सकता है और उसकी आय में बढ़ोतरी हो सकती है. मौके पर पूर्व सांसद सुनील सिंह, भाजपा पूर्व प्रदेश सह मीडिया प्रभारी रंजीत चंद्रवंशी, नेता सीनियर वैज्ञानिक एस.के. महंता, वैज्ञानिक पंकज कुमार सिन्हा, सीएओ दिलीप राय, दीपक कुमार गुप्ता, भोला सिंह समेत संस्थान के वैज्ञानिक व स्थानीय ग्रामीण मौजूद थे.