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रांची/डेस्क: एचईसी के श्रमिक नेता रहे राणा संग्राम सिंह के बेटे यशवंत सिंह हत्याकांड मामले के मुख्य आरोपी अमर सिंह समेत 3 आरोपी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है. साथ ही सभी पर 5.30 लाख-5.30 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है. वहीं एक आरोपी ओम प्रकाश उर्फ गुड्डू साक्ष्य के अभाव में बरी हुए हैं. अपर न्याययुक्त योगेश कुमार सिंह की कोर्ट ने दोषी करार आरोपी अमर सिंह, वंश नारायण सिंह और रणधीर सिंह को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. पारिवारिक विवाद में हत्याकांड की घटना को अंजाम दिया गया था. मुख्य आरोपी अमर सिंह मृतक यशवंत सिंह के बड़े भाई राम इकबाल सिंह के दामाद है. हत्याकांड को लेकर धुर्वा थाना में दर्ज 2 प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
बता दें कि 10 अक्टूबर 2015 को यशवंत सिंह और राणा प्रताप सिंह दोनो भाई घर के पास मॉर्निंग वॉक कर रहे थे. इस दौरान अमर सिंह अपनी गाड़ी से वहां पहुंचा. यशवंत सिंह और राणा प्रताप सिंह के द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराने की बात को लेकर बकझक शुरू हो गई. जिसके बाद दोनों पक्ष उलझ पड़े. तभी अमर सिंह ने अपनी कार से हॉकी स्टिक निकालकर दोनों भाइयों पर हमला कर दिया. मौके पर यशवंत ने खुद की पिस्टल से फायरिंग शुरू कर दी. इसके बाद अमर सिंह ने लाइसेंसी रायफल से यशवंत को गोली मार दी, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई थी. घटना के बाद अमर सिंह को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. मामले में अमर सिंह के ड्राइवर रमेश कुमार यादव फरार है.