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रांची/डेस्क: झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के OSD संजीव लाल और उनके घरेलू सहायक जहांगीर के घर पर छापेमारी खत्म होने के बाद संजीव लाल को ईडी की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है. संजीव लाल और जहांगीर की गिरफ्तारी के बाद और दो नाम सुर्खियों में है.
यहां बात हो रही है छोटू उर्फ गजनफर इमाम और मुमताज अहमद की. यह दो नाम इसलिए सुर्खियों में है, कि मंत्री आलमगीर आलम के यहां सहायक के पद पर कार्यरत छोटू की मर्जी के बिना आप मंत्री जी से मिल भी नहीं सकते है. मतलब कि वे लगभग एक दशक से छोटू मंत्री के साथ साए की तरह है.
आपको बता दें कि मंत्री जी छोटू पर आंख बंद कर विश्वास करते है. यानी छोटू चाहेगा तभी आपका काम होगा. किसी भी पैरवी के लिए अधिकारियों को छोटू के पास ही फोन जाता है. इससे पहले छोटू पूर्व मंत्री बंधू तिर्की का भी सहयोगी रह चुका है. इसलिए अब संजीव लाल और जहांगीर की गिरफ्तारी के बाद कई तार खुलने वाले है. कई और लोग भी अब ईडी की रडार पर आने वाले है. ईडी की नजर अब आलमगीर आलम के सचिव गजनफर इमाम उर्फ छोटू पर है. बता दें कि रांची पुनदाग में गजनफर इमाम का आलीशान मकान है. गजनफर इमाम कई मंत्रियों के साथ पीएस रह चुका है.
लहीं, आलमगीर आलम के बेटे तनवीर का दोस्त भी दायरे में है. तनवीर का दोस्त डालटनगंज में होटल और श्रीलेदर के शोरुम का मालिक है. रांची के चर्च रोड स्थित संतुष्टि अपार्टमेंट में करोड़ों की तीन फ्लैट का मालिक है. ट्रांसफर-पोस्टिंग और टेंडर में सुमित कुमार और तनवीर के दोस्त की भूमिका है. तनवीर आलम के साढू का मुर्शिदाबाद, पश्चिम बंगाल में अस्पताल है. सूत्र के अनुसार, हॉस्पिटल में काला धन इनवेस्ट- होता है.