प्रशांत शर्मा/न्यूज़ 11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: हजारीबाग से गुजरने वाली जीटी रोड सहित एनएच की कई सड़कें जानलेवा साबित हो रही है. पिछले कुछ सालो में इन जर्जर सड़को पर सड़क हादसों में काफी इजाफा देखा जा रहा है. सौ से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके है. मामले की गंभीरता को देखते हुवे स्थानीय बीजेपी नेता भैया अभिमन्यु प्रसाद ने पीएमओ को पत्र लिखकर मामले में संज्ञान लेने का अनुरोध किया है.
बताया है की इन सड़क हादसों के कारण विभिन्न बीमा कंपनियों को तो भारी नुकसान उठाना पड़ ही रहा लोग भी मारे जा रहे हैं. पीएमओ को लिखे पत्र में कहा है कि झारखण्ड के हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र में दो जिला हजारीबाग एवं रामगढ़ है. इन दोनों जिलों से राष्ट्रीय राजमार्ग एनएचएआई की सड़के बरही से जमशेदपुर भाया राँची और बरही से दिल्ली तक जाती है, एवं NH-100 हजारीबाग शहर में बागोदर में जाकर राष्ट्रीय राजमार्ग (दिल्ली कलकता) से मिलती है. इन राष्ट्रीय राजमार्गों में हजारीबाग का चरही घाटी में हत्यारी मोड़, रामगढ़ के चुटुपाल, घाटी, बरही चौपारण के धनुवा भनुवा घाटी, हजारीबाग बागोदर के बीच सेवाने नदी घाटी में पिछले कई दशको से भयंकर सड़क दुर्घटना घट रही है.
इस रास्ते में हुई अब तक के कई दुर्घटनाओं से कई हजार जाने जा चुकी है. लगभग प्रत्येक दिन कही न कही यात्री या मालवाहक वाहनो की दुर्घटना हो रही है. इन दुर्घटनाओं से कई यात्री एक साथ मारे जा रहे है, बुरी तरह से घायल हो जा रहे है, हजारों वाहन भी दुर्घटना में नष्ट हो जा रहे हैं. इन घट रही दुर्घटनाओं से कई घन्टो तक सड़क जाम लगा रहता है, करोड़ो रूपया का डीजल, पेट्रोल आम जनो का व्यर्थ में जल जाता है. इससे हो प्रदूषण से पर्यावरण को भी नूकसान पहुँच रहा है. इससे बच्चों का स्कूल, परिक्षा, यात्रियों का हवाई जहाज एवं रेल की यात्रा काफी प्रभावित हो रही है. अपने पिछले वर्ष सिख समाज गिरिडीह का कीर्तन जत्था का बस सेवाने नदी में गिर जाने से हुई मौतो पर संज्ञान लिया था. इस दुर्घटना में आठ सिख मारे गये थे. और 40 यात्री गंभीर रूप से घायल हुए थे.
सड़क परिवहन मंत्री नीतीन गडकरी ने केन्द्र से जाँच दल भी इन स्थानो पर भेजा था. फिर भी आज तक एनएचएआई या संबंधित विभाग ने कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया है. न ही सुधार किया गया है. इस कारण हजारीबाग के जीवन बीमा निगम, और भारी वाहन इंश्योरेंस कम्पनी को पिछले कई सालों से दुर्घटना बीमा दावा भूगतान को देकर भारी नुकसान उठाना पड रहा है. अगर इन दुर्घटनाओं में हुई मौत एवं घायलों की संख्या का आँकडा निकाल कर देखेंगे तो वास्तविक भयावह स्थिति का पता चल जाएगा. हजारो की संख्या में यात्रीजन अब तक मारे जा चुके हैं. मैं पिछले लगभग 10 वर्षों से इस सम्बन्ध में अवाज उठा रहा. आग्रह है कि हमारे इस मार्मीक आवेदन पर उचित विचार कर तत्काल इन राष्ट्रीय राजमार्गों का सुधार कर इसमें हो रही दुर्घटनाओं को रोकने में मदद करे. पूर्ण विश्वास है कि आपके प्रयास से सड़क वाहन दुर्घटनाओं मे जाने वाली कई मासुमों की जान बच जाएगी, कई परिवार उजड़ने से बच जाएगी. लोगों को आवगमन में सुविधा होगी. देश का आर्थिक नुकसान होने से बचेगा.