प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: जिला मुख्यालय से महज दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित एनपीएस मरियम टोली स्कूल परिसर में एक समुदाय का धार्मिक चिह्न लगाने का मामला अब गरमाने लगा है. यह विद्यालय शहर के वार्ड नंबर पांच में आता है. शहर के सरकारी स्कूल की जमीन पर अतिक्रमण का मामला तो कई बार सामने आया है मगर स्कूल परिसर में धार्मिक चिह्न लगाने का मामला यह दूसरा है. एक समुदाय ने स्कूल परिसर में चौकोर आकृति का चिह्न लगा दिया, जिससे लोगों में तरह तरह की चर्चाएं हो रही है और बात अब आग की तरह हजारीबाग में धीरे-धीरे फैलती जा रही है. विद्यालय के शिक्षक अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि जब वह स्कूल आये तो वहां परिसर में ही एक धार्मिक चिह्न जमीन में गाड़ा हुआ था. इसकी सूचना स्थानीय थाना, सदर अंचल अधिकारी, शिक्षा विभाग को दी गयी है. उन्होंने कहा कि पिछले चार सालों से विद्यालय में सेवा दे रहा हूं, लेकिन कभी भी ऐसा नहीं देखा. यहां अचानक से मिट्टी गिराकर धार्मिक चिह्न लगा दिया गया है, इसके पीछे की मंशा क्या है, यह कहना अभी संभव नहीं है. इस पूरे मामले पर जब हजारीबाग की उपायुक्त नैंसी सहाय से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि जानकारी हमें लगी है, इसकी हम जांच करवा रहे हैं. इस पूरे मामले को शांतिपूर्वक सॉल्व कर लिया जायेगा. जिसने भी जिस मंशा से ऐसा किया है, यह काफी गलत है.
विद्यालय परिसर को अतिक्रमण नहीं होने देंगे, हम इसकी जांच कर रहे हैं, कार्रवाई जरूर की जायेगी. पूर्व में भी इचाक स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय डुमरौन के गेट पर मीनार बनाने का मामला अभी सुलझा भी नहीं है कि शहरी क्षेत्र के नव प्राथमिक विद्यालय मरियम टोली के परिसर में क्रूस गाड़ने का मामला सामने आया है. स्थानीय महिला बताती है कि गांव के लोगों ने ही यहां धार्मिक चिह्न लगाया है. उनका यह भी कहना है कि पिछले कई सालों से वहां क्रूस धार्मिक चिह्न लगा हुआ था, जो पानी से गिर गया. इस कारण फिर से लगाया जा रहा है.