Friday, Sep 20 2024 | Time 17:11 Hrs(IST)
 logo img
  • तीन दिन की भारी बारिश की वजह से मंडल डैम इलाके में 40 से ज्यादा घर डूबे, राहत बचाव कार्य जारी
  • सुप्रीम कोर्ट का YouTube चैनल हुआ हैक, हैकर्स ने चैनल का नाम बदला
  • हाईकोर्ट ने नगर निगम से पूछा सवाल, मोरहाबादी फुटपाथ दुकानदारों का कब तक होगा पुनर्वास
  • हाईकोर्ट ने नगर निगम से पूछा सवाल, मोरहाबादी फुटपाथ दुकानदारों का कब तक होगा पुनर्वास
  • JSSC की परिक्षा कल, कदाचारमुक्त परीक्षा के आयोजन को लेकर जिला प्रशासन मुस्तैद
  • JSSC की परिक्षा कल, कदाचारमुक्त परीक्षा के आयोजन को लेकर जिला प्रशासन मुस्तैद
  • टेलीग्राम पर Trading के नाम पर की थी 14 लाख की ठगी, CID की साइबर सेल के हत्थे चढ़ा अपराधी
  • टेलीग्राम पर Trading के नाम पर की थी 14 लाख की ठगी, CID की साइबर सेल के हत्थे चढ़ा अपराधी
  • रांची सिविल कोर्ट ने सेना की भूमि के अवैध खरीद-बिक्री के आरोपी सौरव को जमानत देने से किया इनकार
  • रांची सिविल कोर्ट ने सेना की भूमि के अवैध खरीद-बिक्री के आरोपी सौरव को जमानत देने से किया इनकार
  • भारत का एक ऐसा गांव जहां हर मर्दों के हैं दो-दो पत्नियां, ये हैं मुख्य कारण
  • पृथ्वी को मिलने वाला है दूसरा चाँद , जानें इसकी विशेषताएं
  • वापस लौटी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने भेंट की स्मृति चिन्ह
  • वापस लौटी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने भेंट की स्मृति चिन्ह
  • आपके भी थाली तक तो नहीं पहुंच रही जानवरों के चर्बी वाला खाना, ऐसे करें पता
झारखंड


BJP प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने CM हेमंत सोरेन को लिखा पत्र, राज्य की चरमराई स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर सरकार को किया आगाह

BJP प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने CM हेमंत सोरेन को लिखा पत्र, राज्य की चरमराई स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर सरकार को किया आगाह

न्यूज़ 11 भारत


रांची/डेस्क: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक पत्र लिखा है. उन्होंने राज्य की चरमराई स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर सरकार को आगाह किया है. उन्होंने चिट्ठी में लिखा कि इलाज के अभाव में कई आदिम जनजाति समुदाय के लोगों की आए दिन हो रही मृत्यु. उन्हें समुचित इलाज नहीं मिल पा रहा है. उन्होंने साहिबगंज एवं दुमका की घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि आदिम जनजाति की जनसंख्या ऐसे ही कम हो रही है. 

 


 

क्या लिखा है पूरे पत्र में 

मुख्यमंत्री जी, विषय - झारखण्ड में ईलाज के अभाव में आए दिन विलुप्त हो रहे आदिम जनजाति  समाज के लोगों की हो रही मृत्यु के संदर्भ में. आपको अवगत कराना चाहता हूँ कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएँ का हाल दिन-ब-दिन बदतर होता जा रहा है. आए दिन आदिवासी ख़ासकर विलुप्त हो रहे आदिम जनजाति समाज के भाई-बहनों की मृत्यु ईलाज के अभाव में हो रही है लेकिन प्रशासन जिम्मेदारी लेने के बजाय एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप कर रहा है.

 

हालिया घटना साहिबगंज सदर अस्पताल की है जहाँ सिमरिया गांव निवासी आदिम जनजाति पहाड़िया मथियम मालतो की छह साल की बेटी गोमदी पहाड़िन जो डेंगू से पीड़ित थी, ईलाज के अभाव में अपनी जान गंवा दी. पिता डॉक्टरों की तलाश में इमरजेंसी से लेकर ओपीडी तक भागते रहे, परन्तु कहीं भी डॉक्टर नहीं मिले, जिसके कारण पिता की गोद में ही बच्ची ने अपना दम तोड दिया. यह सिर्फ एक घटना नहीं है, ऐसी ही दूसरी घटना दुमका जिले के गोपीकांदर प्रखण्ड के कुंडा पहाड़ी गांव में हुई जहाँ विलुप्तप्राय पहाड़िया जनजाति की 19 वर्षीय गर्भवती महिला प्रिंसिका महारानी की समय पर एंबुलेंस और ईलाज न मिल पाने के कारण जान चली गई. तीसरी घटना जामताड़ा जिले के करमाटांड प्रखण्ड के नेंगराटांड गांव की है जहाँ अज्ञात बीमारी से पिछले 22 दिनों के अंदर आदिम जनजाति (पहाड़िया) परिवार के 8 सदस्यों की मौत हो गई है. अभी भी 10 से अधिक लोग अलग अलग बीमारी से ग्रसित हैं. झारखण्ड में समय पर ईलाज न हो पाने के कारण आए दिन प्रदेशवासियों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है. झारखण्ड का स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह लूट-खसोट में लिप्त है और पैसे लेकर डॉक्टरों को मनचाहा पोस्टिंग देकर स्वास्थ्य सेवाएँ को प्रभावित कर रही है. दूर-दराज के स्वास्थ्य केन्द्रों पर डॉक्टरों का पदस्थापन नहीं रहने के कारण मरीज ईलाज नहीं करा पा रहे हैं.

 

अतः आपसे अनुरोध है कि उपर्युक्त घटनाओं का संज्ञान लेते हुए एक उच्च स्तरीय जाँच कमेटी का गठन कर मौत के रहस्यों को सार्वजनिक करें तथा संलिप्त व्यक्ति/संस्था/ डॉक्टरों/अस्पतालों पर कड़ी करवाई करें साथ ही साथ झारखण्ड के सभी लोगों के लिए ईलाज के पुख्ता इंतजाम कराने हेतु समुचित कार्रवाई करेंगे. 

 


 


 

 
अधिक खबरें
उत्पाद विभाग के ASI का दावा, बोले - 'बड़े-बड़े उद्भेदन किया इसिलए विभाग ने नहीं दिया प्रमोशन'
सितम्बर 20, 2024 | 20 Sep 2024 | 4:59 AM

उत्पाद विभाग के एएसआई विकास कुमार निराला ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से कुछ मांगें की हैं. दरअसल विकास वर्तमान में सिमडेगा जिले में पदस्थापित हैं. उन्होंने एक वीडियो जारी कर सरकार से गुहार लगाई है और कहा है कि 31 जुलाई को विभाग ने जानबूझकर मुझे प्रमोशन से वंचित कर दिया और 13 अन्य पदाधिकारियों को प्रमोशन दे दिया.

तीन दिन की भारी बारिश की वजह से मंडल डैम इलाके में 40 से ज्यादा घर डूबे, राहत बचाव कार्य जारी
सितम्बर 20, 2024 | 20 Sep 2024 | 4:48 PM

तीन दिनों से हो रही भारी बारिश की वजह से मंडल के डैम के डूबे क्षेत्रों में 40 से अधिक घर जलमग्न हो गए हैं. यहां से निकल कर लोग पहाड़ी इलाकों में अपनी शरण ली है. बता दें कि 16,17,18 सितंबर को पूरे झारखंड में भारी बारिश हुई थी, इससे कोयल व सभी नदियां उफान पर है. इससे मंडल डैम का इलाका डूब गया है.

बेरमो: आठ दिनों से लापता मजदूर का शव सदर अस्पताल में मिला
सितम्बर 20, 2024 | 20 Sep 2024 | 4:42 PM

गोमिया प्रखंड के चुटे पंचायत अंतर्गत जमुआ बेड़ा गांव निवासी 30 वर्षीय संझला मांझी आठ दिनों से लापता था. परिजन उसकी खोजबीन कर रहे थे, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिल रहा था.

हाईकोर्ट ने नगर निगम से पूछा सवाल, मोरहाबादी फुटपाथ दुकानदारों का कब तक होगा पुनर्वास
सितम्बर 20, 2024 | 20 Sep 2024 | 4:32 AM

मोरहाबादी के फुटपाथ दुकानदारों के पुनर्वास के लिए दायर याचिका पर झारखंड हाईकोर्ट में सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान, न्यायाधीश जस्टिस अनुभा रावत ने नगर निगम से पूछा कि फुटपाथ दुकानदारों के पुनर्वास के लिए अब तक क्या कदम उठाए गए हैं. नगर निगम ने अदालत को जानकारी दी कि जिस स्थान पर दुकानदारों को पुनर्वासित किया जाना था, वहां टाना भगतों का कब्जा है. इस पर अदालत ने सवाल किया कि निगम ने इस कब्जे को हटाने के लिए अब तक क्या कार्रवाई की है. अदालत ने नगर निगम को इन बिंदुओं पर 18 अक्टूबर तक जवाब देने का निर्देश दिया है

हजारीबाग में एनटीपीसी की नीति ने ग्रामीणों को किया परेशान, सार्वजनिक सड़कों से कोयला परिवहन ने बढ़ाई ग्रामीणों की परेशानी
सितम्बर 20, 2024 | 20 Sep 2024 | 4:32 PM

एनटीपीसी के चट्टी बरियातु कोल खनन परियोजना से विभिन्न स्थानों पर कोयले की ढुलाई सार्वजनिक सड़कों के माध्यम से हाइवा जैसे भारी वाहनों के द्वारा जारी है. ये वाहन चट्टी बरियातु एवं केरेडारी कोल माइंस से कोयला लेकर ग्रामीण सड़क जोरदाग लबनिया मोड़ एवं केरेडारी टंडवा मुख्य सड़क के माध्यम से विभिन्न स्थानों पर पहुंचाते हैं.