राजेश कुमार/न्यूज़11 भारत
बोकारो/डेस्क: सीसीएल के खासमहल परियोजना फेसटू में सोमवार को विस्थापितों ने सभा का आयोजन किया साथ हीं सीसीएल प्रबंधन एवं प्रशासनिक पदाधिकारि के द्वारा बरवाबेड़ा गांव को पुनर्वासित करने को लेकर किए जा रहे जमीन मापी का कार्य को बंद करवा दिया. सभा में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे गिरिडीह के सासंद चंद्रप्रकाश चौधरी ने कहा कि रैयतों के सहमति के बगैर जोर जबरदस्ती से रैयतों की जमीन में बरावेड़ा गांव का शिफ्टिंग करना गलत है. सीसीएल प्रबंधन पहले विस्थापितों के लम्बित मांगों के प्रति गंभीरता से विचार कर और समस्याओं का समाधान करे. जोर जबरदस्ती से अगर बोकारो थर्मल के फेसटू में बरवाबेड़ा गांव का शिफ्टिंग किया जाएगा तो विस्थापित विरोध करेंगे इस दौरान हर नुक्सान का जिम्मेवार सीसीएल प्रबंधन व प्रशासन होगा. कहे इस मामला को सदन में भी उठाएंगे और विस्थापितों के समस्याओं का समाधान करवाएंगे.यहां सीसीएल प्रबंधन बरवाबेड़ा गांव के ग्रामीणों को बोकारो थर्मल फेसटू कॉलोनी में पुनर्वासित करवा रहे है . जिसका विस्थापित विरोध कर रहे हैं.
विस्थापितों ने बताया कि सीसीएल प्रबंधन वर्ष 1978 को लगभग 168 एकड़ जमीन गोविंदपुर के रैयतों से अधिग्रहण किया था. जमीन के बदले 84 लोगों को नौकरी देने पर सहमति बनी थी परंतु सिर्फ 63 लोगों को ही नौकरी दिया गया है और 21 लोग अभी भी नौकरी मिलने का आस लगाए हुए है . वही इस सम्बन्ध में बेरमो अंचलाधिकारी संजीत कुमार सिंह ने कहे की यहां के जमीन के बदले सभी रैयती को नौकरी सीसीएल के द्वारा दी जा चुकी है. किसी भी रैयतों का कुछ बाकी है तो साक्ष्य प्रस्तुत करे. अनावश्यक विरोध बर्दास्त नहीं किया जाएगा. यहां बोकारो थर्मल थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर शैलेन्द्र कुमार सिंह,एएसआई एके मेहता, जिप सदस्य,शहजादी बानो, खुशबू कुमारी,यशोदा देवी, सांसद प्रतिनिधि दीपक महतो,जितेंद्र यादव, डिग्री कॉलेज के शिक्षक दशरथ महतो, रौशन आरा, जानकी महतो अनवर आलम , सूरज महतो , मुन्ना साव, रामनरेश प्रजापति, विश्वनाथ यादव , बालेश्वर यादव, टेकलाल महतो, विश्वनाथ महतो, दशरथ महतो, अख्तर अंसारी,डब्बू अंसारी, सहित लोग उपस्थित थे.