राजेश कुमार/न्यूज़11 भारत
बेरमो/डेस्क: सीसीएल के खासमहल परियोजना फेसटू में मंगलवार को सीसीएल प्रबंधन एवं प्रशासनिक पदाधिकारि बरवाबेड़ा गांव को पुनर्वासित करने को लेकर जमीन मापी करने पहुंचे थे. परन्तु गोविंदपुर के रैयत विस्थापित इसका जमकर विरोध करने लगे. परंतु विस्थापितों के विरोध के बावजूद अधिकारी विस्थापितों का एक न सुने और जमीन मापी जारी रखा. यहां सीसीएल प्रबंधन की ओर से बेरमो अंचलाधिकारी संजीत कुमार सिंह एवं बोकारो थर्मल थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर शैलेन्द्र कुमार सिंह के नेतृत्व में भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया था. यहां सीसीएल प्रबंधन बरवाबेड़ा गांव के ग्रामीणों को बोकारो थर्मल फेसटू कॉलोनी में पुनर्वासित करवा रहे है. जिसका विस्थापित विरोध कर रहे हैं. यहां जिप सदस्य शहजादी बानो एवं विस्थापित नेता जितेंद्र यादव ने बताया कि सीसीएल प्रबंधन वर्ष 1978 को लगभग 168 एकड़ जमीन गोविंदपुर के रैयतों से अधिग्रहण किया था.
जमीन के बदले 84 लोगों को नौकरी देने पर सहमति बनी थी परंतु सिर्फ 63 लोगों को ही नौकरी दिया गया है और 21 लोग अभी भी नौकरी मिलने का आस लगाए हुए है . वही बेरमो अंचलाधिकारी संजीत कुमार सिंह कहे की यहां के जमीन के बदले सभी रैयती को नौकरी सीसीएल के द्वारा दी जा चुकी है. किसी भी रैयतों का कुछ बाकी है तो साक्ष्य प्रस्तुत करे. अनावश्यक विरोध बर्दास्त नहीं किया जाएगा. यहां सीसीएल केएसपी परियोजना के महाप्रबंधक , डिग्री कॉलेज के शिक्षक दशरथ महतो, रौशन आरा, बीएन महतो, नरेश महतो सहित बोकारो थर्मल थाना के एएसआई एके मेहता, पेक था की पुलिस सही सीसीएल सुरक्षा गार्ड भी भारी संख्या में उपस्थित थे.