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रांची/डेस्क: टेंडर कमीशन घोटाला मामले में पूर्व मंत्री आलमगीर आलम, उनके OSD रहे संजीव लाल, निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम समेत 12 की मुस्किलें बढ़ गई हैं. पीएमएलए की विशेष कोर्ट ने सभी पर आरोप गठित किया है. सभी आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में मुकदमा चलेगा. पीएमएलए की विशेष कोर्ट ने ईडी को गवाह पेश करने का निर्देश दिया है. मामले की जांच करते हुए ईडी पूर्व मंत्री आलमगीर आलम समेत 13 के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर चुकी है. मामले के चार्जशीटेड आरोपी गेंदा राम की मौत हो चुकी है. गेंदा राम निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के पिता थे.
टेंडर कमीशन घोटाला मामले को लेकर ईडी ने सबसे पहले 21 फरवरी 2023 को बड़ी कार्रवाई की थी. निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के रांची जमशेदपुर पटना और दिल्ली समेत कई ठिकाने पर छापेमारी की गई थी. छापेमारी के बाद वीरेंद्र राम को ईडी ने गिरफ्तार किया था. वीरेंद्र राम की गिरफ्तारी के बाद उनके परिवार और सहयोगियों को भी ईडी ने गिरफ्तार किया था.
ईडी की दूसरी बड़ी कार्रवाई 6 और 7 मई 2024 को हुई थी. कई इंजीनियर कांट्रेक्टर ठेकेदार और पूर्व मंत्री आलमगीर आलम के OSD संजीव लाल और नौकर जहांगीर आलम के ठिकाने पर ईडी ने छापेमारी की थी. इस दौरान OSD संजीव लाल के नौकर जहांगीर आलम के ठिकाने से 32.20 करोड़ कैश बरामद किया गया था. 7 मई को ईडी ने संजीव लाल और उनके नौकर जहांगीर आलम को गिरफ्तार किया था. जिसके बाद जांच की आंच पूर्व मंत्री आलमगीर आलम तक जा पहुंचा था. दो दिनों की पूछताछ के बाद आलमगीर आलम को ईडी ने 15 मई को गिरफ्तार कर लिया था.