तीन दिन कड़ी मशक्कत के बावजूद भी NDRF की टीम को नहीं मिली सफलता, 6 जून को अपने दोस्तों के साथ चमेली झरना घूमने गया था जम्मन उर्फ गोलू
प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: जिले के पदमा और इचाक सीमाना स्थित चमेली झरना में 6 दिनों से डूबे युवक की तलाश में जुटी NDRF की टीम को अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है. तीन दिनों की कड़ी मशक्कत के बावजूद, अभी तक टीम को युवक का कोई सुराग नहीं मिला जिससे उन्हें बैरंग लौटना पड़ा. यह घटना 6 जून की सुबह की बताई जा रही है, जब युवक जम्मन उर्फ गोलू कुमार अपने दोस्तों के साथ चमेली झरना घूमने गया था. अचानक उन लोगों को नहाने का मन किया और वे लोग पानी में उतर गए. पानी अधिक होने के वजह से चार साथियों ने तुरंत पानी से निकल कर अपनी जान बचा ली, किन्तु जम्मन उर्फ गोलू नहीं निकल सका, और वह डूब गया.
स्थानीय पुलिस को सूचना मिलते ही NDRF की टीम को तुरंत बुलाया गया. टीम ने मौके पर पहुंचकर खोजबीन सुरु कर कर दी, लेकिन जम्मन उर्फ गोलू का कोई पता नहीं चला. इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. सबसे बड़ा सवाल यह है कि अगर NDRF जैसी प्रशिक्षित टीम और आधुनिक तकनीक का उपयोग करने के बावजूद युवक को नहीं ढूंढ पाई, तो क्या वास्तव में खोजबीन के प्रयास पर्याप्त थे. इसके अलावा, स्थानीय प्रशासन और पुलिस की तैयारी और प्रतिक्रिया पर भी सवाल उठ रहे हैं. कई लोगों का कहना है कि अगर बचाव कार्य को और भी शीघ्रता और प्रभावी तरीके से अंजाम दिया गया होता, तो शायद युवक को बचाया जा सकता था.
युवक के परिवार वाले और स्थानीय निवासी इस असफलता से बेहद निराश हैं और प्रशासन से तत्काल प्रभावी कार्रवाई की मांग कर रहे है. एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि वे अपने प्रयासों को जारी रखेंगे और युवक की तलाश में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. यह घटना स्थानीय प्रशासन के लिए एक गंभीर चेतावनी है कि एक आपातकालीन स्थितियों के लिए सम् और भी प्रभावी तैयारियां और पुष्प त्वरित प्रतिक्रिया की जरूरत है. जब तक लापता युवक का पता नहीं चलता, तब तक यह सवाल बने रहेंगे कि आखिर कहां चुक हुई। ज्ञात हो की पिछले वर्ष प्रिंस कुमार मेहता, कुंती देवी, रिया कुमारी एवं आयुष कुमार के बाद एक युवक और युवती का भी तैरता हुआ शव स्थानीय पुलिस बरामद किया था.