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सिमडेगा/डेस्क: पाकरटांड़ प्रखंड में जेएसएलपीएस के तत्वाधान में प्रखंड स्तरीय गरिमा सम्मेलन सह जनसुनवाई कार्यक्रम का आयोजन जिला परिषद सदस्य जोसिमा खाखा की अध्यक्षता में किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर मुख्य अतिथियों के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया.
कार्यक्रम में जेएसएलपीएस के जिला प्रबंधक अमित कमल कुजूर के द्वारा बताया गया कि गरिमा परियोजना सिमडेगा जिला के कुल चार प्रखंडों में संचालित है. पूरे जिले में गरिमा परियोजना से संबंधित उपलब्धि एवं प्रगति प्रतिवेदन सभी के समक्ष साझा किया गया. तदोपरांत सीआरपी के माध्यम से पाकरटांड़ प्रखंड की अद्यतन स्थिति से अवगत कराया गया. कार्यक्रम में गरिमा परियोजना से जुड़ी लाभुक दीदियां उपस्थित रही. कार्यक्रम के दौरान सभी मुख्य अतिथियों के द्वारा सभी लाभुक दीदी को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया. इस क्रम में उपस्थित सभी लाभुक दीदी के द्वारा उनका विचार और योजना से जुड़कर उन्होंने कैसे लाभ प्राप्त किया की जानकारी भी ली गई. कार्यक्रम में राज्य कार्यालय से भी गरिमा परियोजना कोऑर्डिनेटर चम्पा तिग्गा उपस्थित हुई एवं योजना के संबंध में सभी को अवगत कराया. इसके उपरांत थाना प्रभारी, पाकरटांड़, प्रखंड प्रमुख, पाकरटांड़ के द्वारा भी दीदियो को संबोधित कर गरिमा परियोजना के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा की.
जिला परिषद सदस्य जोसिमा खाखा के द्वारा दीदियों को संबोधित करते हुए कहा गया कि किसी भी प्रकार से यदि महिलाओं के आत्म स्वाभिमान, सम्मान को ठेस पहुंचाया जाता है, तो उसके लिए आप सभी सीआरपी की मदद से गरिमा केंद्र तक संबंधित मुद्दे को आवश्यक रूप से लाएं ताकि समस्या का त्वरित निष्पादन किया जा सके. इसके साथ ही उन्होंने ऐसे हर एक मुद्दे को स्वयं के स्तर से भी देखने की बात कही इसके अलावा उन्होंने बताया कि झारखंड में घरेलू हिंसा, यौन उत्पीड़न, डायन कुप्रथा जैसी विकट समस्याएं हैं. इसके समाधान के लिए गरिमा परियोजना के तहत गरिमा केंद्र जैसी महत्वाकांक्षी योजना सरकार द्वारा चलाई जा रही है.जिसके तहत गरिमा केंद्र में पीड़ित के केस को सर्वप्रथम रजिस्टर किया जाता है तत्पश्चात उनके काउंसलिंग करते हुए उन्हें यदि आवश्यकता हो तो 48 घंटे तक के लिए गरिमा केंद्र में रखने की भी व्यवस्था है इसके उपरांत काउंसलिंग के द्वारा समस्या का निष्पादन किया जाता है यदि समस्या विकट हो तो वन स्टॉप फैसिलिटी को ट्रांसफर करते हुए निकटवर्ती थाना में भी सूचित किया जाता है.
बताया गया कि पाकरटांड़ प्रखंड में कल तक 104 केस दर्ज किए गए हैं. जिसमें से कुल 101 कैसे निष्पादन किया जा चुके हैं. शेष तीन केस थाना में दर्ज है. सरकार की इस महत्वकांक्षी योजना से पीड़ितों को लाभ दिलाते हुए न्याय भी दिलाया जा रहा है. कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथियों के द्वारा फीडबैक फॉर्म भी बरवाया गया. कार्यक्रम में जेएसएलपीएस के सभी कर्मी/कैडर सहित 80 की संख्या में दीदियां उपस्थित रही.