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रांची/डेस्क: शादियों का सीजन शुरू हो चुका है और WhatsApp पर शादी के Invitation कार्ड भेजने का चलन बढ़ता जा रहा है लेकिन क्या आप जानते है कि साइबर ठग अब इस माध्यम को भी अपने फायदों के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं? हाल ही में बीकानेर के एक मामले ने सभी को हैरान कर दिया. पीड़ित कैलाश ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज करवाई कि उनके WhatsApp पर एक शादी का Invitation कार्ड आया. जब उन्होंने इसे खोला, तो यह किसी परिचित का नहीं था. उन्होंने इसे अनदेखा कर दिया लेकिन चार दिन बाद उनके बैंक खाते से 4.50 लाख रुपये गायब हो गए.
कैसे होती है ठगी?
साइबर अपराधी WhatsApp के माध्यम से शादी के कार्ड के नाम पर एक APK फाइल भेजते हैं. अनजान लोग इसे डाउनलोड कर लेते हैं. यह फाइल आपके डिवाइस में Automatic Install हो जाती है, जिससे आपका फोन हैकर्स के कंट्रोल में चला जाता हैं. इसके बाद हैकर्स आपके फोन के मैसेज और संवेदनशील जानकारी जैसे OTP और बैंक पिन तक पहुंच सकते हैं. वे इन जानकारियों का इस्तेमाल कर बैंक खातों से पैसे उड़ाने में सक्षम हो जाते हैं.
साइबर एक्सपर्ट्स की सलाह
- किसी भी अनजान लिंक या फाइल को डाउनलोड करने से बचें.
- अगर शादी का निमंत्रण कार्ड WhatsApp पर आता है, तो पहले उसकी सत्यता जांचें.
- APK फाइल को इंस्टॉल करने से हमेशा बचें.
- फोन में मजबूत एंटीवायरस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करें.
- संदिग्ध गतिविधियों के लिए अपने बैंक खातों की नियमित जांच करें.
बचाव ही सुरक्षा है
साइबर क्राइम के बढ़ते मामलों के बीच सतर्कता ही बचाव का सबसे बड़ा हथियार हैं. किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक करने या फाइल डाउनलोड करने से पहले सोचें क्योंकि एक छोटी सी लापरवाही आपको बड़ी आर्थिक हानि पहुंचा सकती हैं.