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रांची/डेस्क: खाने-पीने की चीजों में मिलावट किया जाना देश में बहुत आम बात है. खतरनाक केमिकल्स खाने-पीने की चीजों में ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए मिलाई जाती हैं, यह हमारे सेहत को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है.
खतरनाक केमिकल्स की खबरें देश के दो टॉप मसाला ब्रांड के मसालों में हाल ही में आपने देखी होंगी. कई देशों में इनके कई मसालों को बैन कर दिया गया. क्योंकि इन मसालों में कैंसर वाले तत्वों की अधिक मात्रा थी. भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण यानी FSSAI, जो खाने-पीने की चीजों की क्वालिटी की देश में जांच करने वाली संस्था है. उक्त घटना के बाद हरकत में आ गई.
भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के अधिकारियों ने देहरादून चार धाम यात्रा मार्ग कुछ दुकानों में इस खबर के कुछ दिन बाद ही पनीर समेत कुछ खाद्य पदार्थों के सैंपल लेकर उसकी गुणवत्ता की जांच की. जांच में उन्हें करीब 5 क्विंटल नकली और खराब पनीर को नष्ट भी किया. बताया जा रहा है कि यहां मौत को दावत दने वाला नकली पनीर बनाया जा रहा था.
पनीर में मिलावट का खेल पुराना
नकली पनीर अथवा पनीर में मिलावट का धंधा पुराना है. अभी तो सिर्फ एक शहर की घटना सामने आई है. बता दें कि कितनी जगहों पर देश में न जाने मिलावट खेल चल रहा है. दूध पाउडर और पानी को मिलाकर नकली पनीर बनाए जाते हैं. इसे बाद में नींबू के रस और सिरके के साथ जमाया जाता है. इसके साथ ही इसे चिकना और चमकदार दिखाने के लिए पाम ऑयल भी मिलाया जाता है.
ऐसे करें नकली पनीर की जांच
पनीर को अपने साफ हाथों में मसलकर देखें. नकली पनीर में कम वसा वाले दूध पाउडर का इस्तेमाल किया जाता है. यही कारण है कि दबाव डालने पर यह टूट जाएगा. वहीं असली पनीर आसानी से नहीं टूटता है.
आयोडीन टेस्ट से पता लगाए पनीर असली है या नकली
आयोडीन टिंचर का इस्तेमाल कर पनीर असली है या नकली पता लगाया जा सकता है. पानी को एक पैन में डालकर गर्म करें और इसमें पनीर उबाल लें. जब यह ठंडा हो जाए तो इसमें आयोडीन की कुछ बूंद डालें. पानी रंग अगर नीला हो जाता है तो समझ लीजिए पनीर नकली है.