प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: जीटी रोड सारे अवैध कार्यों का बड़ा रूट बना हुआ हैं. जिले में आनेवाले पुलिस अधिकारियों की चाहत एकबार जीटी रोड के थानों की थानेदारी की रहती हैं. जो भी एकबार थाना चला गया, करोड़पति बनकर ही निकला. घर बन गया, कई फ्लैटों के मालिक बन गए, कई जगह जमीन ले लिया.
दरअसल जीटी रोड के थाने ही ऐसे हैं, जहां सामान लदे गुजरते ट्रक के सामान पलक छपकते अनलोड कर गायब कर दिए जाते हैं. हर दिन करोड़ों की चोरी थाना क्षेत्र में चलते ट्रक से होती हैं. देश में एक भाग से दूसरे भाग में जाने के लिये जीटी रोड का इस्तेमाल तो होता ही है, साथ ही सारा अवैध धंधों का यह सेफ रूट माना जाता हैं.
गौ वंशीय जानवरों और मादक पदार्थों की तस्करी का यह सबसे बड़ा और सुरक्षित रूट हैं. बंगलादेश तक गौवंशीय जानवर बेरोकटोक पहुंच रहे हैं. इसके अलावे संरक्षित किये गए पशु-पक्षी और दूसरे जीवों की तस्करी भी इस रूट से हो रही हैं. यह सारा अवैध धंधा कैसे चल रहा है, इसे समझा जा सकता हैं. अवैध धंधे के लिये मशहूर जीटी रोड पर अवस्थित हैं. हजारीबाग जिले का सबसे चर्चित थाना चौपारण. इसके अंतर्गत टॉल प्लाजा के समीप ट्रक चालकों और अन्य वाहन चालकों को ध्यान में रखकर जुआ का नया प्रारूप वन टू का फोर शुरू किया गया हैं. इसमें तीन पत्ती का खेल दिखाकर मोटी रकम जीतने का प्रलोभन देकर वाहन चालकों से फरेब कर उन्हें कंगाल कर दिया जा रहा हैं. वृहत पैमाने पर जुआ के आड़ में में एक तरह से लूटपाट चल रही हैं. प्रतिदिन सैकड़ो ट्रक चालक इनके चंगुल में फंसकर लुटे जा रहे हैं. इनके गिरोह में फंसकर हर रोज एक एक ट्रक चालक 10-20 हजार से लेकर एक लाख तक हार जा रहे हैं. रोते- बिलखते ऐसे वाहन चालक हर रोज टॉल प्लाजा समीप दिख जाएंगे.
परसो रात को ही एक एम्बुलेन्स चालक को बहला फुसला जुआ खेलने को मजबूर किया और चालक 1,10,000 हार बैठा. रोने बिलखने पर जुआ के ठेकेदारों ने उसका 45,000 रिटर्न कर दिया. तीन टेबल पर होता है यह जुआ और लोकल स्तर पर 20 से 25 लोग इस धंधे में लगे है और जिस तरह चौपारण थाने की चुप्पी बनी हुई है, उससे यह सवाल उठ रहे है कि चौपारण थाने का इसमें वरदहस्त या इस अवैध कारोबार में हिस्सेदारी की.