फलाहार करना मेरे लिए नारी शक्ति के प्रति आस्था और समर्पण का प्रतीक है : डीसी नैंसी सहाय
प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: हजारीबाग की उपायुक्त डीसी ने इस नवरात्रि के अवसर पर नौ दिनों तक फलाहार करते हुए पूरे क्षेत्र की सुख, शांति और समृद्धि की मंगल कामना कर रही है, नारी शक्ति के प्रतीक के रूप में डीसी ने न केवल प्रशासनिक दायित्वों का निर्वहन कर रही है बल्कि अपनी आस्था और धार्मिकता का भी उदाहरण प्रस्तुत कर रही हैं. उनके इस कदम से समाज को एक संदेश मिल रहा है कि नारी शक्ति न सिर्फ शासन में बल्कि धार्मिक और आध्यात्मिक पक्ष में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. उपायुक्त ने अपने कार्यों और निर्णयों से यह साबित किया है कि वे अपने प्रशासनिक दायित्वों के साथ-साथ धार्मिक आस्थाओं पर भी पूरा विश्वास रखती हैं. नवरात्रि के दौरान पूजा-अर्चना में उनकी नियमित भागीदारी से यह प्रतीत होता है कि वे आध्यात्मिकता को जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग मानती हैं.
प्रशासनिक और धार्मिक कर्तव्यों का संतुलन
डीसी ने नवरात्रि के दौरान अपने प्रशासनिक कर्तव्यों का पालन पूरी निष्ठा से कर रही है, उनकी इस पहल ने हजारीबाग के नागरिकों के बीच एक सकारात्मक संदेश फैलाया है कि किस प्रकार से धार्मिकता और प्रशासनिक जिम्मेदारियों का संतुलन संभव हैं. डीसी के इस प्रयास से हजारीबाग के नागरिकों में अत्यधिक उत्साह और सम्मान की भावना पैदा हुई हैं. उनके इस कदम को लेकर लोगों के बीच यह चर्चा है कि डीसी न केवल एक सशक्त प्रशासनिक अधिकारी है बल्कि एक धार्मिक और आध्यात्मिक व्यक्तित्व की भी मिसाल हैं. डीसी नैंसी सहाय ने कहा कि नवरात्रि के इन नौ दिनों में उपवास और फलाहार करना मेरे लिए नारी शक्ति के प्रति आस्था और समर्पण का प्रतीक हैं. यह मेरे लिए न सिर्फ व्यक्तिगत आस्था का समय है बल्कि मुझे अपने कर्तव्यों को और अधिक निष्ठा से निभाने की प्रेरणा भी मिलती हैं. मेरे लिए यह समय आत्मिक शांति का भी हैं. उन्होंने आगे कहा, प्रशासनिक जिम्मेदारियों के बीच धार्मिकता का पालन करना आसान नहीं होता, लेकिन यह मुझे संतुलन सिखाता हैं. मुझे उम्मीद है कि मेरा यह प्रयास लोगों के बीच प्रेरणा का स्रोत बनेगा और समाज में धार्मिकता और प्रशासनिक कर्तव्यों के प्रति समर्पण की भावना और भी प्रबल होगी.