प्रशांत शर्मा/न्यूज़11 भारत
हजारीबाग/डेस्क: कांग्रेस नेता रंजीत यादव के द्वारा पुलिस पर दबाव बनाकर एक ड्राइवर और उसके पिता को जेल भेजवा दिया गया. जेल जाने वाले लोग चार दिन पूर्व कटकमसांडी के कठौतिया में पंचायत के दौरान हुई मारपीट मामले में कटकमसांडी पुलिस ने आरोपितों पर कार्रवाई करने के जगह पीड़ित पक्ष के लोगों को हीं जेल भेज दिया. पूरा मामला कठौतिया रेल लाइन में काम करने वाले जेसीबी चालक द्वारा कांग्रेस नेता रंजीत यादव के घर के बाहर पड़े कीचड़ को हटाने से मना करने का है. इसको लेकर रंजीत यादव ने JCB आपरेटर के साथ मारपीट की घटना को अंजाम दिया था. कटकमसांडी थाना में दर्ज मामला कांड संख्या 179 में बताया गया है कि रंजीत यादव के बात मानने से इंकार करने पर चतरा जिला के बलबल द्वारी निवासी JCB चालक कृष्णा यादव की पिटाई की गई थी.
इसके बाद मामले में सुलहनामा कराने को लेकर 17 अगस्त की सुबह कठौतिया में पंचायत की बैठक बुलाई गई थी. पंचातय शुरू होने से पहले ही बलबल द्वारी से पहुंचे पंचायत के लोग और अन्य के साथ रंजीत यादव ने पिटाई शुरू कर दी. स्थिति यह हो गई कि तीन युवकों को पेड़ से बांध कर मारपीट किया गया. पंचायत में आए एक थार गाड़ी को पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया गया और पैसा भी छीना गया. पीड़ित पक्ष ने इस बात की सूचना पुलिस को दी गई थी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने बंधक बने युवकों को छुड़ाया और सभी को थाना ले गई थी. वहीं, थाना में दूसरी प्राथमिकी 178 -24 भी दर्ज की गई है. इस प्राथमिकी के मुताबिक घर में घुसकर आशीष यादव पिता रंजीत यादव द्वारा मारपीट करने, चोरी करने सहित कई अन्य आरोप लगाया गया है. प्राथमिकी के आलोक में पीड़ित पक्ष के दो युवकों को जेल भेज दिया गया है.
पुलिस ने की एकतरफा कार्रवाई, घायलों को इलाज भी नहीं कराया
युवा कांग्रेस के अध्यक्ष प्रकाश यादव ने आरोप लगते हुए कहा कि कटकमसांडी थाना प्रभारी एक तरफा कार्रवाई कर रहे है. जिन युवकों को पेड़ से बांधकर पिटाई की जा रही थी, उनका इलाज तक नहीं कराया गया. जो घायल नहीं था उसका पुलिस इलाज का बहाना बनाकर फर्द बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर पीड़ित को ही जेल भेज दिया. जो व्यक्ति मारपीट में शामिल नहीं था रंजीत यादव ने उसका भी नाम थाने में दिया. जिसका थार तोड़ा गया उसकी मारपीट में कोई संलिप्तता नहीं थी. मेरे परिवार के कुछ लोगों का भी नाम डाला गया, जिन्हें इस लड़ाई से कोई लेनदेन नहीं था. इस प्रकरण में पूरी तरह षड्यंत्र झलकता है. इस बात की शिकायत एसपी और डीआईजी से की जाएगी.