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रांची/डेस्क:- गंजापन लोगों के लिए आम बात हो गई है, इसको लेकर लोग अक्सर काफी परेशान रहते हैं. बालों का झड़ना इतना आम है कि युवाओं मे भी ये परेशानी देखने को मिलने लगी है. बाल को सर को मुकुट भी कहा जाता है जिसके रहने से चेहरे पर अट्रैक्शन बना रहता है. लोग इससे बचने के लिए न जाने क्या क्या तरकीबें अपनाते हैं. बाजार में इसको लेकर न जाने क्या क्या मिलता रहता है और लोग लगातें भी हैं जिसका साइड इफेक्ट देखने को मिलता है. पर प्रकृतिक उपचार को अपनाकर आप बाल को झड़ने से रोक सकते हैं, आईए जानते हैं कुछ ऐसे नेचुरल उपाय के बारे में जिससे आप बाल को झड़ने से रोक सकते हैं. इससे आपको बेहतरीन रिजल्ट देखने को मिल सकता है.
आंवला
आंवला बालों के ग्रोथ के लिए बहुत ही फायदेमंद है. दोनों का रस मिलाकर स्कैल्प पर लगाने पर रोम सक्रीय होते हैं और इससे बाल झड़ने की कम संभावना होती है.
प्याज का रस
प्याज के रस से बाल के जड़ मजबूत होते हैं और नए बाल उगाने में भी लाभ कारी हैं. सल्फर की मात्रा ज्यादा होने से बाल के ग्रोथ को प्रोमोट करता है. इसे लगा कर 15-20 मिनट के बाद आप बाल को शैंपू से धो सकते हैं.
एलोवेरा जेल
एलोवेरा जेल का स्कैल्प लगाने पर नमी बरकरार रहती है. बालों के ग्रोथ के लिए पोषक तत्व भी मिलते हैं. इसे रेगूलर लगाने से बालों में मजबूती के साथ साथ नए बाल भी उगते हैं. इसे हमेशा लगाने से गंजे खोपड़ी में बाल उग सकता है.
नारियल तेल
नारियल तेल में मेथी का बीज मिला कर लगाया जाए तो बालों का झड़ना कम हो सकता है. इससे नए बाल भी उगाए जा सकते हैं. नारियल तेल में मेथी का बीज मिलाकर हल्का गर्म करके उसे रात में मालिश कर सकते हैं इसे रात भर छोड़ कर सुबह शैपू करने से लाब मिलता है.
ग्रीन टी
ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट्स पाया जाता है, जिससे बालों के ग्रोथ में सहायता मिलता है. इसे बालों के जड़ों में लगाकर उसे गुणगुणें पानी से धों ले, इसे रेग्यूलर यूज करने से बाल ग्रोथ हो सकते हैं.
योग और प्राणायाम
योग से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर हो जाता है, जिससे बालों के ग्रोथ में मदद मिलती है. इससे बाल के जड़ पर प्रयाप्त पोषण मिलता है.
गंजापन समस्या तो बड़ी है पर सही तरीके से इस पर काम किया जाए तो इससे छुटकारा पा सकते हैं. नेचुरल उपायों से न सिर्फ बाल सुरक्षित रहते हैं बल्कि इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है.
यह सामान्य जानकारी के लिए दी गई कथन है, इसके लिए आप कोई चिकित्सक व विशेषज्ञों का सहारा ले सकते हैं.