न्यूज़11 भारत
रांची/डेस्क: झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र का आज (12 दिसंबर) को चौथा और आखिरी दिन है. सदन की कार्यवाही शुरू हो गई है. राज्यपाल के अभिभाषण पर पहली पाली में चर्चा हुई, जेएमएम विधायक स्टीफन मरांडी राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद का प्रस्ताव पेश किया.
भोजनावकाश के बाद सदन की कार्यवाही शुरू हो गई है.
बीजेपी विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी कटौती का प्रस्ताव पेश कर रहे है. अनुपूरक बजट पर चर्चा शुरू
राज्यपाल के अभिभाषण पर सदन ने आभार जताया. मथुरा महतो को जेएमएम का मुख्य सचेतक नियुक्त किया गया. सदन की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है.
राज्यपाल के अभिभाषण पर हुई चर्चा
बीजेपी पर प्रदीव यादव का निशाना
राज्यपाल के अभिभाषण पर हो रही चर्चा है. राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के समर्थक के रूप में प्रदीप यादव चर्चा में भाग लेते हुए हिमांता विश्व शरमा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मोदी लॉन्ड्री योजना के धुले व्यक्ति चुनाव में आए थे. मैया योजना की जगह नई योजना लाने की कोशिश की गई. उन्होंने बाबूलाल मरांडी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि गो-गो दीदी योजना के फॉर्म पर ये लोग धोखे बाजी कर रहे थे.
जनता ने हमारे गठबंधन पर भरोसा जताया. चुनाव में दंगा-फसांद कराने की कोशिश हुई. ये लोग घुसपैठ की बात कर रहे थे. ये किसकी जिम्मेदारी थी. गृह मंत्रालय की, घुसपैठ के नाम पर दंगा की कोशिश हुई. ये लोग मणिपुर नहीं गए. रोटी बेटी माटी की बात कर रहे थे. बाटोगे तो कटोगे का नारा दिया था. जनता ने गोडसे को मानने वाले लोगों को सता नहीं दिया.
हेमलाल ने चंपाई सोरेन पर किया कटाक्ष
इसके बाद, जेएमएम विधायक हेमलाल मुर्मू ने चर्चा में भाग लेते हुए सरकार की योजनाओं का जिक्र किया और कहा कि चंपाई सोरेन मेरे छोटे भाई थे, पता नहीं कौन सा भूत लगा कि उधर चले गए. हम दस साल उधर थे उधर कुछ नहीं मिलेगा. आदिवासी लोगों के लिए उनके पास कुछ नहीं हैं.लोकसभा चुनाव विधानसभा चुनाव में बीजेपी को आदिवासियों ने नाकार दिया है. जेएमएम की अगुवाई वाले गठबंधन से ही राज्य आगे बढ़ेगा. आने वाले चुनाव में बीजेपी का नाम मिट जाएगा. चंपई जी बाबूलाल जी चीजों को समझे.
बाबूलाल ने पूछे सरकार से कई सवाल
बीजेपी की तरफ से बाबूलाल मरांडी चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि भले अंकगणित में बीजेपी पीछे रही है, लेकिन आप सभी को मालूम होना चाहिए कि भाजपा को 33% वोट मिला है, इसकी तुलना में कांग्रेस को 15.56% मिला. उन्होनें कहा कि मणिपुर हिंसा की बात करने वालों को चाईबासा के गुदड़ी में जाना चाहिए. वहां सेंदरा हो रहा है. पुलिस ने अपना काम करना छोड़ दिया है. जनता कानून को हाथ में ले रही है.
उन्होनें आगे कहा कि चुनाव के समय वादा किया था कि ₹3200 प्रति क्विंटल धान की खरीद होगी, लेकिन जो बात सामने आ रही है, उसके मुताबिक अब 2400 रु प्रति क्विंटल के हिसाब से धान की खरीद होगी. बालू की लूट मची है. लोग पीएम आवास नहीं बना पा रहे हैं. सरकार को बालू उठाव फ्री कर देना चाहिए. 1951 की जनगणना के मुताबिक संस्थान 44.66% आदिवासी थे, लेकिन 2011 की जनगणना में आदिवासियों की संख्या घटकर 28% हो गयी है. यह चिंता का विषय है. सरकार को एनआरसी लाना चाहिए.
हेमंत सरकार फिर आए हम ये सुनिश्चित करेंग-कल्पना सोरेन
जेएमएम विधायक कल्पना सोरेन ने चर्चा में भाग लेते हुए अभिभाषण में सरकार द्वारा किए जाने वाले कार्यों का जिक्र है. जनता ये जानना चाहती थी कि सरकार क्या करेगी? ये अबुआ सरकार है हर वादे को पूरा करेगी. पिछले पांच साल कैसे गुजरे सब जानते हैं. हमने बहुत काम किया है आगे भी करेंगे. पहली बार कोई सरकार रिपीट हुई है. सोना झारखंड बनाकर गुरुजी के सपने को पूरा करना है. प्रचंड जीत का दो कारण रहा- बीजेपी से जनता की नाराजगी. बड़ी वजह रही कि इन्होंने षडयंत्र कर हमारे सीएम को जेल भेजा. ये जनादेश राज्य के आदिवासी मूलवासियों ने दिया है. ये जनादेश विश्वास है जनता का सरकार के प्रति. जनादेश बड़ी है तो जिम्मेदारी भी बड़ी है. अपने कहे शब्दों को जीवित करना होगा.
संघीय ढांचे पर मेरा विश्वास है. लेकिन झारखंड को क्या मिलता है. पीएम आवास खेलो इंडिया में क्या हुआ? केंद्र सरकार गुजरात की तरह झारखंड को भी देखे. राज्य गरीब नहीं है इसको गरीब बनाया जा रहा है. हमारा बकाया केंद्र के पास है. हेमंत सरकार फिर आए हम ये सुनिश्चित करेंगे.
वहीं, सरयू राय ने कहा कि- राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में कहा है कि सभी महिलाओं को मंईयां सम्मान का लाभ मिलेगा. इसका अर्थ स्पष्ट करना चाहिए. इसलिए अभिभाषण पर धन्यवाद देना उचित नहीं लगता.
Jlkm विधायक जयराम महतो ने चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि झारखंड आंदोलनकारी परिवारों को 5% आरक्षण सरकारी नौकरियों में मिलना चाहिए.
हर दिन एक नया अध्याय राज्य में जुड़ेगा- हेमंत सोरेन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्यपाल के अभिभाषण पर सरकार का उत्तर देते हुए कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण अब तक के अभिभाषण में सबसे छोटा था. इसमें दूरदर्शिता थी. ये अभिभाषण नहीं ये सरकार का श्वेत पत्र है. इससे स्पष्ट है कि सरकार राज्य के लिए क्या करना चाहती है. झारखंड देश का पिछड़ा राज्य है. झारखंड के ऊपर कौन सा अभिशाप लगा की लोग भूमिहीन विस्थापित हुए पलायन किया. इसी पीड़ा को लेकर हमारे नेताओं ने अलग राज्य की परिकल्पना रखी. जब ये परिकल्पना रखी गई तो सामंतवादी लोग हमारे नेताओं का उपहास करते थे. एक लंबी लड़ाई के बाद जो असंभव था वो संभव हुआ झारखंड बना. बीजेपी वाले अटल जी को श्रेय देते है.वो उस समय देश के पीएम थे. राज्य कोई छोटा मोटा संघर्ष की लड़ाई से नहीं मिला. इसकी पीड़ा हम समझ सकते हैं.
अलग राज्य स्थापना के बाद 2019 तक राज्य को क्या मिला? हमारी सरकार नहीं बनती तो राज्य का क्या होता. याद करिए भात भात करके लोग मरे हैं. जब सरकार 2019 मे बनी तो सरकार को अस्थिर करने के लिए क्या-क्या हुआ. हमने पिछली सरकार में हर चेहरे पर मुस्कुराहट लाया. हमारी सरकार के काम का उत्साह हर जगह दिखा. जनता का आभार, हमारी सरकार प्रोजेक्ट भवन से चलने वाली सरकार नहीं है. हम काम करते रहेंगे. गांव को मजबूत करेंगे. ये राज्य आंदोलन की उपज है. इसलिए यहां के लोग स्वाभिमानी होते हैं. ये मंजिल पाए बिना नहीं रुकते. पिछली सरकार के कार्यकाल में सर्वांगीण विकास की नींव पड़ चुकी हैं. अब इमारत बनाने की बारी है. हम नहीं हमारा काम बोलेगा. अलग राज्य गठन के बाद प्रदेश में बदलाव 2019 के बाद दिखाई दिया. विपक्ष परस्पर सहयोग दे. रांची को नया आयाम हम दे रहे है. हर दिन एक नया अध्याय राज्य में जुड़ेगा.
राज्यपाल के
अभिभाषण पर चर्चा के लिए समय का आवंटन स्पीकर ने किया
जेएमएम 34 मिनिट
बीजेपी 21 मिनिट
कांग्रेस 16 मिनिट
राजद चार मिनट
जेडीयू एक मिनट
आजसू एक मिनट
लोजपा एक मिनट
Jlkm एक मिनट
आज राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होगी. इसके साथ ही अनुपूरक बजट पर भी चर्चा होगी.
बता दें कि बुधवार को झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र का तीसरा दिन महत्वपूर्ण रहा. वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने चालू वित्तीय वर्ष का दूसरा अनुपूरक बजट पेश किया गया. इस बार झारखंड विधानसभा में 11 हजार 697 करोड़ 45 लाख का अनुपूरक बजट पेश किया गया.
बताते चले कि इस बजट में विभिन्न विभागों के लिए अतिरिक्त आवंटन की व्यवस्था की गई है, जिसमें राज्य के विकास कार्यों और योजनाओं के सुचारू क्रियान्वयन को प्राथमिकता दी गई है. बजट पेश होने के बाद सदन में अन्य विधायी कार्यों पर चर्चा की गई. इसके बाद विधानसभा की कार्यवाही को गुरूवार की सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया था.
ये भी पढ़ें- Jharkhand Weather Update: झारखंड में शुरू हो गई कड़ाके की ठंड, जानें अगले 3-4 दिनों तक कैसा रहेगा मौसम